इससे पहले उन्होंने मुख्य मार्ग से एक रैली निकाली। उन्होंने सीएमएचओ को दिए सूचना पत्र में कहा है कि अनमोल एप में एक बार एनसी की रजिस्ट्रेशन डेट व एमएलसी की डेट डालने के बाद उसे बदला नहीं जा सकता। यदि भूल से गलत एंट्री हो जाए तो फिर उसे बदलना संभव नहीं है। यदि कोई एनसी की डिलीवरी बाहर हुई है तो उसकी डिलीवरी अपडेट नहीं की जा सकती, जिससे वह एनसी आगे आने वाली पीएनसी जांच एवं बच्चे की जांचों को करने में एएनएम को परेशानी होती है। अनमोल एप में होने वाली एंट्री को सही तरीके से सर्च भी नहीं किया जा सकता, जिससे महिला की आईडी व उसका नाम ढूंढने में बहुत समय लगता है।
यह ऐप ऑनलाइन होने के कारण कई बार एंट्री करने के बाद उसे लिंक करने पर एंट्री त्रुटि में चली जाती है तथा उसकी एंट्री बार-बार करना पड़ता है। बच्चे के रजिस्ट्रेशन के समय दो फॉर्म आते हैं एक इन फैक्ट रजिस्ट्रेशन तथा दूसरा चाइल्ड रजिस्ट्रेशन यदि इसमें कोई एक फॉर्म भी नहीं भरते हैं तो चाइल्ड का रजिस्ट्रेशन अकाउंट नहीं होता है, इससे बच्चों के टीकाकरण करने में भी बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो डेट भी नहीं होती है। एएनएम संघ ने इस तरह की कई अन्य समस्याओं को गिनाते हुए ऐप में सुधार की मांग की है।