रायसेन

डॉक्टर ने मां की मौत पर नहीं कराया मृत्युभोज, उन्हीं पैसों से कराया गरीब की बेटी का विवाह

कोरोना काल में मां की मौत होने पर डॉ. राजेश लोधी ने उनका मृत्यु भोज न कराने का फैसला लिया। उनका कहना था कि, वो उन पैसों को किसी गरीब की भलाई में इस्तेमाल करेंगे। अब उसी राशि से उन्होंने एक गरीब परिवार की बेटी की शादी कराकर मिसाल पेश कर दी है।

रायसेनFeb 21, 2022 / 08:18 pm

Faiz

डॉक्टर ने मां की मौत पर नहीं कराया मृत्युभोज, उन्हीं पैसों से कराया गरीब की बेटी का विवाह

रायसेन. मध्य प्रदेश के रायसेन में एक डॉक्टर ने मानवता की मिसाल पेश की है। दरअसल, कोरोना काल में उनकी मां की मौत हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने अपनी मां का मृत्यु भोज न कराने का फैसला लिया था। लेकिन अब उसी राशि से उन्होंने एक गरीब परिवार की बेटी की शादी कराकर मिसाल पेश कर दी है। बता दें कि, बीती 19 फरवरी को गरीब बेटी की शादी की गई है। इसमें न सिर्फ डॉक्टर ने बेटी का कन्यादान किया, बल्कि उसके विवाह में होने वाले सभी खर्च भी उन्हीं की ओर से पूरे किये गए। ऐसा कर डॉक्टर ने सामाजिक सरोकार की मिसाल पेश की है।

आपको बता दें कि, रायसेन शहर के रामलीला मैदान के पास डॉ. राजेश लोधी का क्लिनिक है। यहीं उनका घर भी है। उनकी माताजी लीला बाई लोधी का कोविडकाल की दूसरी लहर में निधन हो गया था। उनके स्वर्गवास के बाद डॉ लोधी ने निर्णय लिया कि, वो अपनी मां का मृत्यु भोज नहीं करेंगे, बल्कि मृत्युभोज में खर्च होने वाली रकम को वो किसी अन्य सेवा कार्य में इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने तय किया था कि, उस राशि को वो किसी गरीब के इस्तेमाल में खर्च करेंगे। इसके बाद उन्होंने गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बिन बाप की बेटी की शादी कराने के साथ पिता के स्थान पर उसका कन्यादान कर अपना संकल्प पूरा कर लिया।

 

यह भी पढ़ें- इस तीर्थ स्थल को मिलेगा पवित्र क्षेत्र का दर्जा, 4 किमी के दायरे में मांस-मदिरा बेचने पर लगेगा बेन


पिता का साया पहले ही उठ चुका, फिर चोरी ने कमर तोड़ दी

श्रीजी कॉलोनी स्थित डॉ. राजेश लोधी के मकान में एक गरीब यादव परिवार किराए से रहता है। किरायेदार के परिवार में 5 बेटियां और 2 बेटे हैं। उनके पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। यानी 7 बच्चों के परिवार के सिर से पिता का साया नहीं था। दोनों बेटे मजदूरी करके अपने परिवार की आजीविका चलाते हैं।7 भाई बहनों में से 5 वे नंबर की बेटी पूजा यादव की सगाई अक्टूबर में सांची के युवक से तय हुई थी। शादी तय होने के बाद दिसंबर महीने में उनके घर चोरी हो गई। चोर ज्वेलरी और नकदी मिलाकर करीब 4 लाख रुपए की जमा पूंजी भी चुरा ले गए। इससे गरीब परिवार खासा परेशान हो गया था। ये बात जब डॉ. लोधी लोधी को लगी तो उन्होंने बेटी का कन्यादान खुद करने का निर्णय लिया। डॉ. लोधी के इस कार्य की शहरभर में तारीफ की जा रही है।

 

कार ने बाइक को मारी ऐसी टक्कर, हवा में उड़ते हुए 60 फीट दूर गिरा युवक, देखें Live Video

Hindi News / Raisen / डॉक्टर ने मां की मौत पर नहीं कराया मृत्युभोज, उन्हीं पैसों से कराया गरीब की बेटी का विवाह

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.