नवजात के साथ पहुंचीं पूजा
पूजा यादव ने स्व सहायता समूह पर शोध किया है। रिहर्सल में वे 12 दिन की बच्ची के साथ पहुंचीं। पूजा ने बताया, मैं कॉलेज की फैकल्टी भी रही। पीएचडी की पढ़ाई के लिए भी रोजाना जाया करती थी। मां बनने के दौरान परिवार का सपोर्ट मिला।
पिता डॉक्टर, बेटी का सपना असिस्टेंट प्रोफेसर बनना
एमएससी कर रहीं मधु साहू को 7 गोल्ड मिलेंगे। वे कहती हैं गोल्ड मिलेगा यह मैंने सोचा था और न उस हिसाब से पढ़ाई की। मैं शुरू से नॉर्मल पढ़ाई करते रही। परीक्षा के दो महीने पहले विशेष ध्यान दिया। मेरा इरादा असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का है। पिता डॉक्टर हैं और मां हाउसवाइफ।तनाव से ही मोटिवेशन मिलता है
सत्यनारायण साहू ने बताया, मुझे बी. लिब. में तीन गोल्ड मिले हैं। मैंने नेट क्वालीफाई क्या है। सीजीपीएससी के जरिए लाइब्रेरियन की तैयारी कर रहा हूं। एक सवाल में सत्या ने कहा, तनाव से ही मोटिवेशन मिलता है। विपत्तियों का सामना करने के बाद ही हम आगे बढ़ते हैं।ओपी चौधरी से हुई प्रेरित
डी. प्रगति कोसले को हिस्ट्री मास्टर्स में दो गोल्ड मिले हैं। उन्होंने बताया कि नेट के बाद सीजीपीएससी की तैयारी करूंगी। सिविल सर्विसेस की प्रेरणा कहां से मिली? इस पर प्रगति ने बताया कि स्कूल में थी तब तत्कालीन कलेक्टर ओपी चौधरी आए थे। उन्हें देखकर मैंने प्रशासनिक सेवा में जाने का मन बनाया।
खुद को आगे लेकर जाना है