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World Heart Day 2024: 22 साल के युवक को हार्ट अटैक से मौत
विश्व हार्ट दिवस 2024 की थीम है यूज हार्ट फॉर एक्शन। इस थीम का मतलब ये है कि हमें अपने हार्ट का सही उपयोग करना चाहिए। साथ ही साथ हार्ट का ख्याल भी रखना चाहिए, जिससे हम एक्शन लेने में समर्थ बने रह सकें। पिछले कुछ सालों से हार्ट की बीमारी जवान होती जा रही है। पत्रिका ने हार्ट संबंधी बीमारियों की केस स्टडी की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। हाल ही में जहां मेडिकल स्टूडेंट की मौत हुई, वहीं एक अन्य 22 साल के युवक को हार्ट अटैक आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गनीमत रही की समय पर इलाज मिलने से युवक की जान बच गई, लेकिन मेडिकल स्टूडेंट की जान चली गई। कहने का मतलब ये है कि अब हार्ट की बीमारी उम्र देखकर नहीं आ रही है। ये किसी भी उम्र के लोगों को घेर रही है। तीन साल पहले आंबेडकर अस्पताल में 26 साल की एक गर्भवती महिला को हार्टअटैक आया था। तब ये सबसे कम उम्र की महिला थी।
मोबाइल फोन की लत भी घातक
मोबाइल फोन की लत भी घातक है। डॉक्टरों के अनुसार ऐसे कई बच्चे आ रहे हैं, जिनकी उम्र महज 15 से 20 वर्ष के बीच होती है। ये घंटों मोबाइल पर गेम खेलते हैं या दूसरी चीजों में व्यस्त रहते हैं। इससे इनमें मोटापा बढ़ रहा है। मोटापे के कारण बड़ों को होने वाली बीमारियां और डायबिटीज इन्हें घेर रहा है। डायबिटीज के कारण उनके किडनी या हार्ट पर भी फर्क पड़ रहा है। बाद में यही बच्चे युवा होते हैं और हार्ट की बीमारी से घिर जाते हैं। शराब का सेवन व स्मोकिंग भी युवाओं के हार्ट संबंधी बीमारी को बढ़ा रहे हैं। यह भी पढ़ें
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कम उम्र में हार्ट रोग के कारण
- जंक या आइली फूड
- व्यायाम की कमी
- अत्यधिक तनाव
- धूम्रपान व शराब का सेवन
- अनियमित जीवनशैली
हार्ट रोग के लक्षण
- सीने में दर्द
- सांस लेने में परेशानी
- थकान आना
- चक्कर आना
- पैरों में सूजन
बचाव के तरीके:
- स्वस्थ आहार लें
- नियमित व्यायाम करें
- तनाव कम करें
- धूम्रपान व शराब से बचें
- बीपी की नियमित जांच