इसकी सूचना उसके अपने परिजनों ने पुलिस को दी। मृतक के शरीर व कपड़े पर किसी प्रकार के खून व अन्य निशान नहीं थे। ऐसे में परिजन हार्ट अटैक से मौत की संभावना जता रहे थे, लेकिन पंचनामा के दौरान मृतक के सीने में 6 बारीक निशान मिले थे, जो किसी सूईनुमा वस्तु से किया जा सकता था।
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मामला संदिग्ध होने पर पीएम की वीडियोग्राफी भी करवाई गई थी। पीएम में जहां-जहां निशान थे वहां के इंटरनल बॉडी पार्र्र्ट्स पर नुकसान होना दिखा विशेषकर हार्ट को चोट पहुंचने के कारण आंतरिक रक्तस्राव के कारण मृतक की मृत्यु होने की संभावना डॉक्टर्स द्वारा जताई गई। ऐसे में पुलिस ने पूछताछ शुरू की। प्रारंभिक पूछताछ में ही मृतक की पत्नी प्रिया विश्वास की भूमिका संदिग्ध लगी।
सख्ती से पूछताछ पर मृतक की पत्नी प्रिया ने हत्या करने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि वह और उसका पति राजेश कई महीने पहले पति के लीवर संबंधी समस्या के चलते मोवा रायपुर के बालाजी हॉस्पिटल गए थे, जहां राजेश लगभग एक माह तक रहा। प्रिया और ट्रॉमा के स्टाफ फिरीज यादव उर्फ कृष के मध्य दोस्ती हुई। फिरीज यादव अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स में स्वयं को डॉक्टर होना बताता है और एक फर्जी झोलाछाप क्लिनिक का भी लोधीपारा क्षेत्र में संचालन करता है।
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प्रिया के बताए अनुसार जब भी राजेश को चेकअप कराने बालाजी हॉस्पिटल जाते तो इनकी मुलाकात होती और इस तरह दोस्ती और बातचीत का सिलसिला उसके बाद से चलता रहा। वहीं प्रिया की बेस्ट फ्रेंड पड़ोस की पायल विश्वास भी फिरीज यादव से प्रिया के माध्यम से जुडऩे के बाद बातचीत करने लगी थी। प्रिया और पायल ने तय करके फिरिज से बात की और अपने एक अन्य दोस्त शेख मुईन खान निवासी धरमजयगढ़ को भी सारी बात समझाकर एनेस्थीसिया के ओवरडोज के जरिए राजेश की हत्या का प्लान बनाया।