माओवादियों का बड़ा खुलासा, बस्तर में हुई 25 हत्याओं की बयान जारी कर ली जिम्मेदारी अंतिम संस्कार होने के बाद सीता बाई ने पत्रिका टीम को बताया कि वह अपने पति के साथ रायपुर स्थित टिकरापारा में काफी दिनों से किराए के मकान में रह रहे थे। मेरे पति का स्वास्थ जब 22 सितंम्बर को खराब हुआ, तो मेरे मकान मालिक जया पोटेकर और उनकी सहेली वीणा सोनी से हमारी हर तरीके से मदद की है। पहले हॉस्पीटल ले जाकर इलाज करवाया, उसके बाद हमें माना वृद्धाश्रम छोड़कर रोजाना मिलने आते।
मरवाही उपचुनाव के लिए सोनिया गांधी करेंगी प्रत्याशी का एलान, इनके नाम पर लग सकती है मुहर उन्होंने बताया कि वे लोग निसंतान हैं। 8 अक्टूबर को उनके पति को निधन हो गया, जिसके कारण मुझे अंतिम संस्कार करना पड़ा। ऐसे समय में भी उन दोनों में मेरी बहुत मदद की। हमारे परिवार के लोग मंदिरहसौद के सिवनी में रहते है, पर एक भी लोग हमारी जानकारी लेने नहीं आए।