यह भी चर्चा हो रही है कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व प्रदेश में आदिवासी वर्ग से सीएम बनाने के बाद ओबीसी वर्ग के बड़े चेहरे को ही प्रदेश अध्यक्ष बनाएगा, जिसमें सांसद विजय बघेल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और चुन्नी लाल साहू के नाम की चर्चा होने लगी है। भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में सबसे ज्यादा चर्चा विजय बघेल के नाम की हो रही हैं। क्योंकि विजय बघेल ओबीसी वर्ग में बड़ा चेहरा हैं।
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लोकसभा चुनाव के पहले नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति भाजपा में चर्चा है कि लोकसभा चुनाव के पहले ही शीर्ष नेतृत्व नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति कर सकता है। जनवरी में ही नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की संभावना जताई जा रही है। साथ ही यह भी चर्चा है कि शीर्ष लोकसभा चुनाव के बाद भी यह निर्णय ले सकता है। हालांकि दोनों ही निर्णय शीर्ष नेतृत्व पर टिका हुआ है।
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नए महामंत्रियों की भी होगी नियुक्ति
नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद शीर्ष नेतृत्व नए महामंत्रियों की भी नियुक्ति करेगा। क्योंकि तीनों महामंत्री विजय शर्मा, ओपी चौधरी और केदार कश्यप चुनाव जीतकर विधायक बन चुके हैं। इसमें से विजय शर्मा उप मुख्यमंत्री भी बनाए जा चुके हैं।
ऐसे में भाजपा की परंपरा रही है कि जो भी पदाधिकारी सत्ता में पहुंचते हैं, उन्हें संगठन में पद पर नहीं रखा जाता है। इसलिए तीन नए महामंत्री भी नियुक्ति की जाएगी। जानकारी के अनुसार महामंत्री के लिए प्रदेश भाजपा मंत्रियों के अलावा अन्य पदाधिकारी भी अभी से फील्डिंग शुरू कर दी है। वर्तमान में भाजपा में आठ प्रदेश मंत्री हैं।