मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश के उत्तरी भाग में उत्तर हवा का प्रभाव बढ़ने और दक्षिणी हवा का प्रभाव घटने के कारण उत्तर छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है, जबकि दक्षिण और मध्य छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। इस बीच प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
एक द्रोणिका दक्षिण सक्रिय लालपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार एक द्रोणिका दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक से मध्य छत्तीसगढ़ तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। जिसके असर से 17 फरवरी को मौसम शुष्क रहने की संभावना है। प्रदेश के उत्तरी भाग में न्यूनतम तापमान और अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट संभावित है।
17 फरवरी तक प्रभावित रहेगा पश्चिमी विक्षोभ प्रदेश के शेष भाग में न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। प्रदेश के दक्षिणी भाग में अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि का क्रम बने रहने की संभावना है। वहीं एक पश्चिमी विक्षोभ 17 फरवरी को भारतीय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है, जिसके कारण 18 फरवरी या उसके बाद प्रदेश के मौसम में फिर से बदलाव होने की संभावना बन रही है।