समिति गुरुवार सुबह 4 बजे मां दुर्गा की प्रतिमा को लेकर दंतेश्वरी मंदिर के पास पहुंची और वहां भव्य लाइटिंग के साथ आतिशबाजी की। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को दर्शाया, बल्कि युवाओं को भी अपने धर्म और संस्कृति से जोड़ने का काम किया।
समिति के सदस्यों ने प्रतिमा को लाते समय भक्ति गीतों का जसगान किया, जिससे वातावरण में एक अद्भुत श्रद्धा और उत्साह का माहौल बन गया। मां दंतेश्वरी की प्रतिमा को फूलों से सजाया गया और मंदिर के पास चारों ओर रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरी गई थी।
इस आयोजन में युवा वर्ग ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। समिति के सदस्यों ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल पूजा करना नहीं है, बल्कि इसे एक उत्सव के रूप में मनाना है। हम चाहते हैं कि युवा पीढ़ी इस परंपरा को आगे बढ़ाए और अपने धर्म के प्रति आस्था रखें।