कर्ज के बोझ में दबे बुजुर्ग को जिन्दा रहने से आसान लगा मर जाना, सूदखोर करते थे जलील
उत्तम ढीढी और चेतन बंजारे अभनपुर के बड़े उरला के रहने वाले हैं। उनकी मुलाकात अभनपुर के प्रकाश आटो सेंटर में देवचरण टंडन से मुलाकात हुई थी। उसने बताया की नगरीय प्रशासन मंत्री उसके बचपन का दोस्त हैं और उसके घर आना जाना मंत्री का लगे रहता है, वो चाहे तो उन्हें मंत्री के यहां सरकारी नौकरी लगा सकता है।
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आरोपी देवचरयण की चिकनी चुपड़ी बातों में आकर उत्तम और चेतने ने नौकरी के लिये हां कह दिया। उसके बाद आरोपी ने नौकरी के बदले दोनो से पांच-पांच लाख रूपए की मांग की। पीड़ितों ने आरोपी की बातों में आकर पैसे देने के लिये राजी हो गये।
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दोनों ने अलग-अलग किस्तों में आरोपी को 8 लाख 50 हजार रूपए दिए। पैसे देने के तीन माह बाद जब पीड़ितो का नौकरी नहीं मिली और न ही देवचरण से कोई संपर्क हो पाया तो उत्तम और चेतने ने अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर इसकी शिकायत, अभनपुर थाने में की गयी।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 420 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की कार्रवाई में जुट गयी है। साथ ही आरोपी की खोज की जा रही है।
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