यदि कोई यात्री एक्सप्रेस गाड़ी का टिकट लेकर जल्दबाजी में किसी दूसरे डिब्बे में बैठ गया तो फिर उसकी जेब कटनी तय है। रसीद मांगने पर धमकी भी देने में टीटीइ परहेज नहीं करते। इस तरह की शिकायत शनिवार को रेलवे के वाणिज्य प्रबंधक (डीसीएम) तक पहुंची। इस मामले में संबंधित ट्रेन के टिकट निरीक्षकों से पूछताछ करने के लिए तलब किया गया है।
ट्रेनों में सबसे अधिक अवैध वसूली का खेल रायपुर से बिलासपुर और रायपुर से नागपुर के बीच चलता है। गाडिय़ों के जनरल कोच में बैठक की जगह नहीं मिलने की स्थिति में यात्री स्लीपर कोच में बैठ जाते हैं। उसका पूरा फायदा टीटीइ उठा रहे हैं।
रसीद के लिए गिड़गिड़ाया
रायपुर निवासी विकास कुमार बिलासपुर जाने के लिए निकले। इंटरसिटी एक्सप्रेस के जनरल बोगी का टिकट लेकर स्लीपर बोगी में बैठ गए। गाड़ी तिल्दा स्टेशन के आसपास पहुंचने पर इस ट्रेन के टीटीइ ने टिकट जांच की और दो सौ रुपए की मांग की। सौ रुपए में बात नहीं बनने पर यात्री दो सौ रुपए देकर रसीद के लिए गिड़गिड़ाता रहा। उसने यह भी कहा कि बिलासपुर स्टेशन में उतरने पर वह पकड़ जाएगा। फिर भी उसे रसीद नहीं दी गई।बर्थ बेचने का भी खेल
गाडिय़ों में रसीद बनाने के बजाय यात्रियों से वसूली करने के साथ ही रिजर्वेशन चार्ट बनने के बाद या फिर जब कोइ्र यात्री सफर नहीं करता है तो उसकी खाली बर्थ बेचने के लिए टीटीइ मनमानी वसूली करते हैं। गाडिय़ों में वेटिंग अधिक होने से जो यात्री तीन सौ से चार सौ रुपए देने के लिए राजी हो जाता है तो उसे सबसे पहले बर्थ मिल जाती है। चलती ट्रेनों में कम वेटिंग वाले यात्री किनारे कर दिए जाते हैं।जांच शुरू कर दिया
इंटरसिटी एक्सप्रेस में टीटीइ द्वारा यात्री अवैध वसूली किए जाने की शिकायत मिली है। इसे गंभीरता से लिया गया है। जांच के बाद संबंधित दोषी टीटीइ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आदित्य गुप्ता, डीसीएम, रायपुर मंडल