रायपुर स्टेशन से हर रोज 110 ट्रेनें आवाजाही करती हैं, इनमें से अधिकांश घंटों देरी से चल रही हैं। समयसारिणी की धज्जियां उड़ रही हैं, क्योंकि सुबह आने वाली ट्रेनें दोपहर में और दोपहर की ट्रेनें शाम 8 बजे के बाद आती हैं। ऐसे में लाखों यात्रियों पर दोहरी मार पड़ रही है। उनका समय ट्रेन आने के इंतजार में स्टेशन से लेकर (raipur railway) सफर के दौरान हर दिन औसतन 4 से 5 घंटे बर्बाद हो रहा है। गर्म हवाओं के थपेड़े अलग से सहने पड़ते हैं। भूखा, प्यासा, पसीने से तरबतर हजारों यात्री रेलवे को कोसते हुए यात्रा करने को मजबूर हैं।
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ये ट्रेनें लेटएक्सप्रेस ट्रेनें | लेट |
बरौनी एक्सप्रेस | 9 घंटे |
गरीब रथ एक्स. | 5 घंटे |
ज्ञानेश्वरी एक्स. | 3 घंटे |
मुंबई मेल | 4.45 घंटे |
आजादहिंद | 3. 30 घंटे |
सारनाथ एक्स. | 8.35 घंटे |
गोंडवाना एक्स. | 4.05 घंटे |
शालीमार एक्स. | 4.10 घंटे |
हावड़ा-पुणे दुरंतो | 8 घंटे |
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रायपुर डिवीजन की ट्रेनें समय पर चलाई जा रही हैं। आने-जाने वाली ट्रेनों का समय स्टेशन में दर्ज किया जाता है। कई सेक्शनों में पटरियों को ठीक करने और इंटरलाकिंग के कार्य से लंबी दूरी की ट्रेनों पर प्रभाव पड़ता है। भविष्य (train alert) में यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।-सीएस महापात्रा, सीनियर स्टेशन मास्टर, रायपुर
ट्रेनें घंटों लेट चलने से यात्री परेशन हैं। इससे मैं भी दुखी हूं। इस विषय पर रेल अफसरों से बात हुई है। रेल लाइनें बनने से ऐसी िस्थति है। आने वाले समय में सुविधा मिलेगी।
-सुनील सोनी, सांसद रायपुर
-सुनील सोनी, सांसद रायपुर
ट्रेनों की लेटलतीफी को लेकर अधिकारियों और रेल मंत्री तक से बात हुई है। यात्री परेशान हैं, परंतु रेल लाइन का काम चल रहा है, इसलिए दिक्कतें हैं। जल्द ही यात्रियों की परेशानी दूर होगी।
-विजय बघेल, भाजपा सांसद, दुर्ग
-विजय बघेल, भाजपा सांसद, दुर्ग