रायपुर

छत्तीसगढ़ में तीसरी लहर की आहट, मगर वैक्सीनेशन की रफ्तार सुस्त, कैसे जीतेंगे कोरोना से जंग

कोरोना की पहली लहर में भले ही 18 से 44 आयुवर्ग के लोग कम संक्रमित हुए हों और कम जानें गई हों, मगर दूसरी लहर में ये अधिक संक्रमित हुए। ये कोरोना के वाहक बने। इनसे घर-घर कोरोना वायरस पहुंचा।

रायपुरAug 05, 2021 / 11:31 am

Ashish Gupta

छत्तीसगढ़ में तीसरी लहर की आहट, मगर वैक्सीनेशन की रफ्तार सुस्त, कैसे जीतेंगे कोरोना से जंग

रायपुर. कोरोना की पहली लहर (First wave of Coronavirus) में भले ही 18 से 44 आयुवर्ग के लोग कम संक्रमित हुए हों और कम जानें गई हों, मगर दूसरी लहर में ये अधिक संक्रमित हुए। ये कोरोना के वाहक बने। इनसे घर-घर कोरोना वायरस पहुंचा। इस दौरान 7 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए, 13000 से अधिक मौतें दर्ज हुईं। 1 मई से 3 अगस्त तक 64 दिनों में इस आयुवर्ग के 1.35 करोड़ लोगों में से 1.78 लाख को ही वैक्सीन की दोनों डोज लग पाई हैं, यानी सिर्फ 1 प्रतिशत को। बाकी 1,32,54,563 लोगों को कब तक दोनों डोज लग पाएंगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है, क्योंकि वैक्सीन ही पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं है।

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छत्तीसगढ़ को जुलाई में 24 लाख डोज मिली थी। राज्य सरकार को अधिक डोज मिलने की उम्मीद थी। तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 1 करोड़ डोज की मांग की थी। अगस्त के कोटे में भी 4.10 लाख डोज की कटौती कर दी गई है। अब जो वैक्सीन उपलब्ध है वह सभी आयुवर्ग के लिए है। ऐसे में इनके शत-प्रतिशत टीकाकरण में लंबा वक्त लग जाएगा। सवाल है कि ऐसे में कैसे कोरोना से जंग जीती जाएगी। वैक्सीन खरीदी से लेकर वितरण की पूरी प्रक्रिया केंद्र सरकार के हाथों में है।
युवा आ रहे मगर निराश होकर लौट रहे- रायपुर जिले को बुधवार को 50 हजार कोविशील्ड और 15040 कोवैक्सीन की डोज मिलीं। 5 अगस्त को सभी केंद्रों में टीकाकरण शुरू होगा। जिला प्रशासन ने अपील की है कि जिन लोगों की दूसरी डोज ड्यू है, वे जरूर लगवाएं। बुधवार को कई केंद्रों में युवा पहुंचे। वैक्सीन नहीं थी, मायूस लौटे। सेकंड डोज कई केंद्रों में नहीं थी।

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1.01 लाख मिली, 3 लाख और आ रही- केंद्र से बुधवार को राज्य को 1 लाख 1 हजार कोविशील्ड की डोज मिली हैं। 3 लाख डोज जल्द मिलेंगी। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 3-4 लाख डोज एक दिन में ही खत्म हो सकती हैं। डोज कम हैं इसलिए टीकाकरण केंद्रों की संख्या भी 1000 से 1200 के बीच ही रखी जा रही है, ताकि रोजाना 40-50 हजार डोज लग सकें।
स्वास्थ्य विभाग राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. वी.आर. भगत ने कहा, वैक्सीन के लिए छत्तीसगढ़ पूरी तरह से केंद्र पर निर्भर है। हमारे पास जितनी उपलब्ध होती है, वह तत्काल जिलों को भेज दी जाती है। 3-4 लाख डोज को आप पर्याप्त नहीं कह सकते।

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वैक्सीन के 2 चरण
1- केंद्र के निर्देश पर 26 अप्रैल को राज्य सरकार ने कंपनियों को वैक्सीन खरीदी का ऑर्डर दिया। 2.50 लाख कोवैक्सीन के साथ 1 मई से टीकाकरण शुरू कर दिया गया।
2- जब राज्यों ने वैक्सीन की अनुपलब्धता को लेकर केंद्र को कहा तो 21 जून से पूरी व्यवस्था केंद्र ने अपने हाथों में लेकर सभी राज्यों को 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों के लिए नि:शुल्क वैक्सीन देना शुरू किया। इसके लिए केंद्र के कोविन पोर्टल में पंजीयन करवाना अनिवार्य है।

लक्ष्य- 1,34,33,021
पहली डोज लगी- 41,74,789 (कुल 31 प्रतिशत)
दूसरी डोज लगी- 1,78,458 (कुल 1 प्रतिशत)

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