माना जा रहा है कि चार दिन तक चलने वाले इस सत्र से ही राजनीतिक दलों के लिए जीत के दरवाजे खुलेंगे। यही वजह है कि कांग्रेस-भाजपा अपनी पूरी ताकत लगाने की तैयारी में है। भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाएगी, तो सरकार इसके जवाब में सौगातों का पिटारा खोल सकती है।
सवाल पूछने में कांग्रेस के टॉप तीन विधायक
भ्रष्टाचार से जुड़े सवाल-जवाब होंगे अहम आखिरी सत्र को लेकर भाजपा ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सत्र में भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। इसकी तैयारियों के लिए भाजपा ने 26 जून को विधायक दल की बैठक कर ली है। पार्टी का ज्यादा फोकस भ्रष्टाचार को जनता के सामने लाना है। खासकर कोयला व शराब घोटाला प्रमुख मुद्दा रहेगा। 7 जुलाई को प्रधानमंत्री ने अपने रायपुर प्रवास के दौरान विजय संकल्प महारैली में भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।
विधायक | प्रश्न |
दलेश्वर साहू | 520 |
अरुण वोरा | 507 |
संतराम नेताम | 484 |
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सत्तापक्ष गिनाएगा अपनी उपलिब्धयों को CG Assembly : यह सत्र सत्ता पक्ष के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। इस सत्र के जरिए अपनी उपलिब्धयों को जनता के सामने रखने का बड़ा मौका होगा। सरकार अंतिम सत्र में प्रथम अनुपूरक बजट लाएगी। माना जा रहा है कि इसमें कई अधूरी घोषणाओं को पूरा करने की पहल की जा सकती है। साथ ही सरकार जनता और कर्मचारियों को कई तरह की सौगातें भी दे सकती है। सरकार ने आरबीआई से 2 हजार करोड़ रुपए का कर्ज भी मांगा है। सवाल पूछने में भाजपा के टॉप तीन विधायक
विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष ने भी दागे सवाल विधानसभा में विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के बहुत से विधायक काफी सक्रिय रहे हैं। विधानसभा में ऐसे कई मौके आए, जब सत्ता पक्ष के विधायकों ने अपनी ही सरकार को घेरा है। डीएमएफ फंड में हुए घोटाले का प्रश्न चर्चा में रहा। इस बार विधानसभा के मानसून सत्र में 550 सवाल लगे हैं। इनमें 274 तारांकित और 276 अतारांकित प्रश्न शामिल हैं।
विधायक | प्रश्न |
धरमलाल कौशिक | 542 |
अजय चंद्राकर | 540 |
सौरभ सिंह | 536 |
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राजभवन में लंबितहैं विधेयक कांग्रेस सरकार का पहला सत्र जनवरी-मार्च 2019 को हुआ था। 18 जुलाई को 17वां सत्र होगा। अब तक सरकार 106 विधेयक, विनियोग विधेयक और संशोधन विधेयक लाईं हैं। इसमें से सबसे महत्वपूर्ण आरक्षण संशोधन विधेयक अभी तक राजभवन में लंबित है। इसके अलावा विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक सहित कुछ अन्य विधेयकों को भी राजभवन से मंजूरी नहीं मिली है। टॉपिक एक्सपर्ट CG Assembly : विधानसभा का आखिरी सत्र काफी महत्वपूर्ण होता है। लगभग हर बार आखिरी सत्र में अविश्वास प्रस्ताव आता है। इसके माध्यम से राजनीतिक दल अपनी बातों को प्रमुखता से रखते हैं, ताकि वो जनता तक पहुंच सकें। इसके अलावा यह सत्र भावनात्मक रूप से भी विधायकों के साथ जुड़ा रहता है। यही वजह है कि क्षेत्र की आवाज को ज्यादा प्रमुखता से उठाते हैं।
– चंद्रशेखर गंगराड़े, पूर्व प्रमुख सचिव, विधानसभा
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