बता दें कि अमृत फार्मेसी सेंट्रल गवर्नमेंट की एक योजना है। यहां कम कीमत पर दवाएं मिलती हैं। एम्स में अमृत फार्मेसी के 2 काउंटर हैं। कई दवाइयां ऐसी हैं जो यहां नहीं मिलतीं। ऐसे में डॉ. सिंह ने पूरा जोर व्यवस्था दुरूस्त करने पर दिया है। उन्होंने रीएजेंट्स समेत दूसरे जरूरी उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था की बात भी कही है, ताकि रिसर्च बेहतर हो।
इसके अलावा आयुष्मान भारत के मरीजों का तत्काल इलाज कराने के निर्देश दिए हैं। भोपाल जाने से पहले उन्होंने विभिन्न प्रोजेक्ट्स के साथ दीक्षांत समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। प्रोफेसर्स और स्टूडेंट्स से चर्चा की। इस दौरान अंशुमान गुप्ता, प्रो. आलोकचंद्र अग्रवाल, प्रो. सरिता अग्रवाल, बीके अग्रवाल आदि मौजूद रहे।