यह भी पढ़ें: CG Teerth Darshan Yojana: छत्तीसगढ़ में फिर से शुरू होगी तीर्थ दर्शन योजना, साय सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला.. इसके बाद 8 बजे पल्लीकेटटु के साथ समस्त भक्तजन श्री अय्यप्पा मंदिर के लिए शोभायात्रा के रूप में निकलेंगे। मंडल पूजा अनुष्ठानों के तहत प्रात: 4.30 बजे प्रभातफेरी के बाद निर्माल्य दर्शन 4.45 बजेे, गणपति होम 5.45 बजेे, उषा पूजा तथा भागवत पारायण 7 बजेे सपन्न होगी। सुबह 8.30 बजे भक्तजन पल्लिकेट्टु सहित पवित्र सीढ़ियों का आरोहण करेंगे तथा घी अभिषेक, मध्यान्ह पूजा आदि संपन्न होगी। शाम को 6.30 बजे दीपाराधना (आरती) एवं भजन होंगे। रात 8.15 बजे से भोगपूजा, प्रसाद वितरण, अन्नदानम कार्यक्रम होंगे। शनिश्वर भगवान श्री अय्यप्पा स्वामी का मुय मंदिर केरल राज्य के शबरीश्रृंग पर स्थित है।
जहां प्रतिवर्ष कठोर व्रतधारी करोड़ों श्रद्धालु दर्शन प्राप्त करते हैं। हमारे वेदों, पुराणों तथा इतिहास से यह ज्ञात होता है कि स्थिति संहार के निरंतर, तीनों लोकों के समस्त चराचरों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिनसे मुक्ति प्रदान करने के लिए समय-समय पर अनेक अवतार हुए हैं।
मानव जाति को कलयुग की कठिनाइयों से मुक्ति दिलाने के लिए हरिहरपुत्र, श्री धर्मशास्ता, कलियुगेश्वर शनिश्वर भगवान श्री अय्यप्पा ने अवतार लिया है। श्री अय्यप्पा सेवा संघ द्वारा इस अवसर पर भक्तजनों से अधिक से अधिक संख्या में आकर शनिश्वर भगवान श्री अय्यप्पा का दर्शन लाभ प्राप्त करने का आग्रह किया है।