यह भी पढ़ें:रिश्तों का कत्ल! भतीजे ने की महिला की हत्या, पहले दोस्तों के साथ घर में घुसा फिर… जानकर उड़ जाएंगे होश इस दौरान उसने मीठी बातें करके बुजुर्ग का दिल जीत लिया। उनसे 15 हजार रुपए उधार भी ले लिया। उनकी कार चलाकर उनको घूमाने-फिराने लगा। अंत में बुजुर्ग ने उधार के 15 हजार और किराए के 15 हजार रुपए की मांग की, तो मुकेश ने मूर्ति से उनके सिर पर कई वार करके उनकी हत्या कर दी। इसके बाद भाग निकला था। आरोपी चंडीगढ़ में भी किराएदार बनकर रह रहा था। पुलिस ने उसे वहीं गिरफ्तार कर लिया है।
जेवर बेचकर हुआ फरार
जेवर बेचकर हुआ फरार
मामले का खुलासा करते हुए एएसपी लखन पटले ने बताया कि आरोपी मुकेश बुजुर्ग की हत्या किया। इसके बाद उनकी पत्नी पर भी जानलेवा वार किया। इससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद आरोपी ने बुजुर्गों के जेवर निकाल कर फरार हो गया। रायपुर से दुर्ग भाग गया। वहां जेवर बेच दिया। इसके बाद नागपुर चला गया।
इधर हत्या का पता चलने पर खम्हारडीह पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की। उसका पीछा करते हुए पुलिस नागपुर पहुंची, तो आरोपी मुंबई फरार हो गया। पुलिस मुंबई पहुंची, तो आरोपी वहां से हैदराबाद, दिल्ली और फिर चंडीगढ़ फरार हो गया। उसने अपना नंबर बंद कर दिया। इसके बाद पुलिस उसका पता लगाते हुए भोपाल पहुंची।
फिर बन गया था किराएदार
फिर बन गया था किराएदार
भोपाल में पुलिस ने उसके रिश्तेदारों और अन्य लोगों से पूछताछ की। कॉल डिटेल की जानकारी ली। इस दौरान पता चला कि आरोपी मुकेश चंडीगढ़ में एक व्यक्ति के मकान में किराएदार बनकर रहा है। इसके बाद पुलिस की टीम चंडीगढ़ पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हत्या का आरोपी होने का खुलासा होने पर वहां भी हड़कंप मच गया।
पाकिस्तान से भोपाल आया, फिर अय़्याशी से डूबा कर्ज में
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी मुकेश अपने परिवार के साथ वर्ष 2012 में पाकिस्तान से भोपाल आया है। मुकेश कार शोरूम में सेल्समेन काम करता था। पिछले एक-दो साल में मुकेश ने अपने रिश्तेदारों और करीबी लोगों से 20-25 लाख रुपए कर्ज लिया है। बताया जाता है कि कर्ज लेकर अय्याशी करता था। कर्जदारों ने पैसे मांगने शुरू किए, तो वह भागकर इंदौर चला गया। फिर वहां से रायपुर आ गया। रायपुर आते ही वह अवंति विहार में मृतक रत्नेश्वर बैनर्जी के घर पीजी बनकर रहने लगा। सेल्समेन होने के कारण बातें करने में होशियार था। उसने एक ही माह में बुजुर्ग को प्रभावित कर लिया। फिर उनसे 15 हजार रुपए कर्ज ले लिया और उनकी ही कार चलाने लगा। घटना वाले दिन 30 अक्टूबर को भी वह मृतक और उनकी पत्नी को कार से लेकर पहुंचा। इसके बाद तीनों उनके कमरे में गए। बुजुर्ग ने उससे मकान किराया और कर्ज का पैसा वापस मांगा। इससे वह नाराज हो गया और उसने मैटल की मूर्ति से उनके सिर पर कई वार किए। इससे उसकी मौत हो गई। शोर मचाने पर उनकी पत्नी माया पर भी हमला कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर एक दिन की रिमांड पर लिया है।