एक वीडियो में भोरिंग गांव का कोटवार साइकिल पर माइक लेकर कह रहा है-‘कोरोना संक्रमण के बढऩे के कारण इस वर्ष कोई भी ग्रामीण तीजा-पोरा पर्व में अपनी बेटी को ससुराल से ना लाएं, और न ही अपनी बहू को मायके भेजें। बहू के मायके में खबर कर दें कि तीजा-पोरा लेने ना आएं। यदि कोई ग्रामीण इसका उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, दूसरे वीडियो में बरतोरी का कोटवार गली-गली में मुनादी करते कह रहा है, ‘तीजा-पोरा लेगई-लनई के मना हे। जउन परवार ह तीजा-पोरा लानही, वोकर ऊपर कारवाही होही।’ (तीजा-पोरा आने-जाने वाले परिवार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।)
उल्लेखनीय है कि तीजा-पोरा छत्तीसगढ़ का महत्वपूर्ण पर्व है। इसमें बेटियां ससुराल से तीजा-पोरा मनाने मायके जाती हैं। लेकिन, इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते जनस्वास्थ्य को लेकर गांवों में भी सतर्कता व सावधानी बरती जा रही है। गांवों में बाहरी लोगों को आना-जाना प्रतिबंधित किया जा रहा है। जिसके तहत कई गांवों में तीजा-पोरा पर्व को लेकर भी मुनादी कराई जा रही है।