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हालत में पाए गए हैं। बताते हैं कि सब नशे में थे। हालांकि, रूक-रूककर बन रही इस सड़क पर ऐसे कई स्पॉट है जहां लोग हादसों का शिकार हो सकते हैं। सड़क बनाने वाली कंपनी ने आधा-अधूरा काम कर गढ्डे तो छोड़े ही हैं, अंधे मोड़ पर भी संकेतक और सपोर्ट बैरिकेड न लगाकर लोगों की जान को और जोखिम में डाल रहे हैं।
ऐसे में लोगों में सड़क निर्माण में लेटलतीफी और इसकी गुणवत्ता को लेकर भी काफी आक्रोश है। गांव के लोगों ने बताया कि जतमई रोड पर मौली पारा के पास अंधा मोड़ है। यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। यहां सड़क का निर्माण अभी अधूरा है।
इसके बावजूद कोई सांकेतिक बोर्ड नहीं लगाया गया है। न ही गड्ढे के पास दीवार खड़ी की गई है। अंधे मोड़ पर सपोर्ट बैरिकेड भी नहीं हैं। रात में ज्यादातर लोग धोखा खाकर हादसे के शिकार हो रहे हैं। इस बात को लेकर आसपास के गांववालों और राहगीरों में भारी रोष है।