यह भी पढ़ें : त्योहारी सीजन में सफर पर लगा ब्रेक! ओडिसा रुट समेत इन मार्गों के ट्रेनें कैंसिल.. 14 अक्टूबर तक रहेगा ऐसा हाल उप महाधिवक्ता एवं विशेष लोक अभियोजक संदीप दुबे ने बताया कि एक दशक पुराने इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाला मामले की नए सिरे से जांच के लिए कोर्ट में आवेदन पेश किया था। इसके आधार पर कोर्ट ने 20 जून 2023 को पूरे प्रकरण की नए सिरे से जांच करने के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश के बाद कोतवाली पुलिस पिछले तीन महीनों से प्रकरण की जांच कर रही है। लेकिन अब तक पूरक चालान और जांच की वर्तमान स्टेटस को नहीं बताया गया है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस अपना पक्ष रखेगी।
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कोतवाली पुलिस कोर्ट में बताएगी कि इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले में कौन लोग शामिल थे। पूरे प्रकरण में उनकी क्या भूमिका रही है। प्रकरण की जांच के दौरान उन्हें किस तरह के साक्ष्य मिले हैं। साथ ही बैंक के मैनेजर उमेश सिन्हा की बैंगलुरू में कराए गए नारको टेस्ट की 2019 में मिली जांच रिपोर्ट और सीडी को पेश करने के लिए कहा गया है।
कोतवाली पुलिस कोर्ट में बताएगी कि इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले में कौन लोग शामिल थे। पूरे प्रकरण में उनकी क्या भूमिका रही है। प्रकरण की जांच के दौरान उन्हें किस तरह के साक्ष्य मिले हैं। साथ ही बैंक के मैनेजर उमेश सिन्हा की बैंगलुरू में कराए गए नारको टेस्ट की 2019 में मिली जांच रिपोर्ट और सीडी को पेश करने के लिए कहा गया है।
यह भी पढ़ें : विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं के लिए 1450 पदों पर भर्ती, गारमेंट फैक्ट्री, BPO और आंगनबाड़ी समेत यहां निकली वैकेंसी वहीं इसके आधार पर की गई जांच का ब्यौरा भी देना होगा। कोर्ट में इसकी जानकारी देने पर बैंक घोटाले में शामिल पर्दे के पीछे रहने वाले लोगों के नाम उजागर होंगे। बता दें कि इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की जांच करने के बाद 2007 में चालान और इसके बाद दो पूरक चालान भी पेश किया जा चुका है।