रायपुर

53 साल पुरानी यूनिवर्सिटी में गड़बडि़यों और समस्याओं का अंबार, रोज प्रदर्शन

प्रदेश का सबसे पुराने (1964 में स्थापित) पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में शोध और बुनियादी ढांचे के विकास में करोड़ों रुपए पानी की तरह खर्च तो किए

रायपुरAug 05, 2017 / 12:37 pm

अभिषेक जैन

प्रतिष्ठित भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बार्क) प्रदेश में एक कैंसर अस्पताल शुरू करना चाहता है।

रायपुर. प्रदेश का सबसे पुराने (1964 में स्थापित) पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में शोध और बुनियादी ढांचे के विकास में करोड़ों रुपए पानी की तरह खर्च तो किए गए, लेकिन छात्रों की समस्याओं को सुलझाने में प्रबंधन फिसड्डी साबित हो रहा है। यहां के कैंपस में आए दिन गंभीर आरोपों को छात्र संगठन आंदोलित नजर आ रहे हैं। क्योंकि, पढ़ाई के बाद भी संकायों के रिजल्ट के प्रतिशत में गिरावट आई है। वहीं रविवि के संबद्ध महाविद्यालय तेज फूलचंद कालेज के बीएड संकाय का रिजल्ट ही शून्य रहा।
गड़बडि़यां भी चौंकाने वाली
बीते साल पुनर्मूल्यांकन की कॉपियों का बंडल तक नहीं खुला और कागजों पर परीक्षार्थियों को मनचाहे अंक बांट दिए गए। इस गड़बड़ी की जांच में पुष्टि हो गई, पर अभी तक सिर्फ एक प्रोफेसर को ही आरोपी बनाया जा सका है।
खराब रिजल्ट पर उठे सवाल—
शिक्षा गुणवत्ता सुधार के प्रयास के बाद भी कई संकायों के रिजल्ट का प्रतिशत कम ही रहे। जिसे लेकर बीकॉम के छात्र धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं। उनका आरोप था
कि पुनर्मुल्यांकन के नाम पर छात्रों से वसूली करने के
लिए खराब रिजल्ट जारी किया गया है।
परीक्षा देने के बाद भी गैरहाजिर
परीक्षा देने के बाद भी गैरहाजिर दिखाकर फेल करने का भी मामला कई बार सामने आ चुका है। जब बवाल मचा तो रविवि प्रशासन दलील देती है कि मानवीय त्रुटियों की वजह से एेसी गलती हो जाती है। लेकिन इसका खामियाजा छात्र ही भुगतते हैं।
&समस्यों के समाधान के लिए कारगर तरीके से निपटने के लिए कार्य योजना बनाई जाएगी, ताकि छात्रों को भविष्य में कोई परेशानी न हो। मैं बाहर हूं, आने के बाद समाधान के बारे में बता पाऊंगा।
नीता बाजपेयी, पीआरओ, रविवि
ये हैं प्रमुख गड़बडि़यां
1. अंक सूची में नाम **** अन्य त्रुटियां
2. पुनर्मूल्यांकन कराने में भी विवाद
3. समय से नहीं कर पाते डिग्रियों का वितरण
4. माइग्रेशन के लिए भी रहती मारामारी
5. गैरहाजिर दिखाकर कर देते हैं फेल
इन संकायों का रिजल्ट रहा खराब
फूलंचद कॉलेज के बीएड शून्य
रविवि एमसी मैथ्स 7%
रविवि बीकॉम 33%
रविवि बीए द्वितीय वर्ष 44%

सुधार के आवेदन
नाम सुधार 12 हजार
अंक त्रुटि 16 हजार
विषय सुधार 500
नहीं चढ़ा अंक 1269
पुनर्मूल्यांकन 1500
माइग्रेशन 3500

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