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बालक अब पूरी तरह है स्वस्थ
अस्पताल के मेडिकल व मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे ने बताया कि बालक गंभीर था और परिवार में कोई भी डोनर उपलब्ध नहीं था। इसके कारण वह कई अस्पतालों में भटक रहा था। दो माह पहले इलाज के लिए रामकृष्ण अस्पताल आया। गंभीर स्थिति को देखते हुए उनके परिजनों ने सोटो में कैडेवेरिक लीवर ट्रांसप्लांट के लिए पंजीयन करवाया था। एक मरीज के ब्रेनडेड की सूचना मिली। ब्रेनडेड मरीज के परिजनों ने लीवर दान करने पर सहमति जताई। इसके बाद सोटो यानी स्टेट ऑर्गन ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन को इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन की ओर से दी गई। सोटो ने भी तत्काल लीवर ट्रांसप्लांट की परमिशन दे दी। खास बात यह रही कि वयस्क के बड़े साइज का लीवर का सफल ट्रांसप्लांट किया गया। ट्रांसप्लांट के बाद बालक पूरी तरह स्वस्थ है और अपने सभी काम आसानी से कर रहा है।