आयोग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने पहुंचे अवर सचिव क्लाडियस तिर्की और अधीक्षण अभियंता सीके चंद्राकर ने सफाई दी। उन्होंने सेवानिवृत अफसर को संविदा पर रखने और इसकी अवधि समाप्त होने के बाद अवैतनिक काम करने की जानकारी दी। लेकिन, डीपीसी करने और अदालत में किसी भी तरह के विवाद संबंधी दस्तावेज पेश नहीं किया।
लोनिवि रायपुर सर्किल में पदस्थ अधीक्षण अभियंता केएसजी राव 2016 में सेवानिवृति हुए थे। इसके कुछ दिन बाद उन्हे संविदा नियुक्ति दी गई। उसे प्रमुख अभियंता कार्यालय में अधीक्षण अभियंता के साथ ही (विद्युत-यांत्रिकी) का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया। अगस्त 2017 में संविदा अवधि समाप्त होने के बाद भी वह यथावत काम करते रहे। निर्धारित अवधि के बाद भी पदोन्नति नहीं होने पर इसके पात्र अफसरों ने अजजा-जजा आयोग में इसकी शिकायत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभागीय सचिव और प्रमुख अभियंता को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था।