विद्यासागर के जन्मोत्सव पर भव्य महामहोत्सव शारदोत्सव का आयोजन गुरुवार को हुआ। शहर स्थित दीनदयाल ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में देश-विदेश से अतिथिगण शामिल हुए।
दीनदयाल ऑडिटोरियम में हुए शारदोत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. रमन सिंह थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य सभा सांसद उत्तरप्रदेश नवीन जैन ने की।
मंचस्थ अतिथियों द्वारा आचार्य विद्यासागर महाराज एवं नवाचार्य समय सागर महाराज के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन द्वारा किया गया।
इस मौके पर मंचस्थ अतिथियों द्वारा मुनि धैर्य सागर द्वारा रचित आचार्य विद्यासागर के समग्र जीवन पर आधारित पुस्तक अंतर्यात्री महापुरूष तथा ब्र. सुनील भैया द्वारा लिखित प्रथम चारित्र चक्रवर्ती शांति सागर महाराज पर आधारित पुस्तक श्रमणत्व के क्षितिज का विमोचन किया गया।
*कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डाॅ. रमन सिंह ने कहा* कि यह गौरवशाली कार्यक्रम कोई सामान्य मंचीय, धार्मिक, राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है।
राष्ट्रीय, अल्प संख्यक आयोग के अध्यक्ष धन्यकुमार जिनप्पा गुंडे, रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, मुख्य सचिव छ.ग. शासन अमिताभ जैन, कुंवर मानवेंद्र सिंह, सभापति उत्तरप्रदेश विधान परिषद, रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत, उद्योगपति बजरंग केडिया, भारत सरकार की नीति आयोग की सदस्य अर्चना जैन विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस अवसर पर बुधवार को संपूर्ण छत्तीसगढ़ के 76 दिगंबर जैन मंदिरों में एक साथ आचार्य छत्तीसी विधान संपादित कर बनाए गए वल्र्ड रिकाॅर्ड का सर्टिफिकेट गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड के पदाधिकारियों द्वारा दिगंबर जैन समाज को प्रदान किया गया। इस अवसर पर आचार्य विद्यासागर के जनकल्याणकारी कार्यों से उपकृृत देश विदेश की संस्थानों के प्रमुखगणों, विद्वानों, चिकित्सकों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए।
एक दिवसीय शारदोत्सव का आगाज़ संगीतमय आराधना के साथ विशेष भक्तामर पाठ से हुआ। भजन संध्या में सुमुधर गीतों, भजनों व कव्वाली की प्रस्तुति दी गई जिसने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया और करतल ध्वनि से ऑडिटोरियम गुंजायमान हो गया।
आचार्य विद्यासागर की प्रेरणा से जीवन परिवर्तित कर हथकरघा के जरिए स्वरोजगार अपनाने वाले कैदियों में से पूर्व कैदी पप्पू अंसारी ने भी अपने विचार एवं भाव व्यक्त किए।
विद्याधर से विधासागर बनने की यात्रा आत्मान्वेषी नामक नृत्य नाट्य की शानदार मनभावन प्रस्तुति दी गई। इस नाटक के लिए 2011 में राष्ट्रपति संगीत अकादमी पुरस्कार से डिजाइन, लाइट, आॅपरेटिव संचालन के लिए पुरस्कृत कमल जैन, लेखक अर्चना मलैया व डायरेक्टर अरूण पांडेय थे।