छात्रों का आरोप है कि प्राचार्य ने उनकी समस्याएं सुलझाने के बजाए डांट कर भगा दिया और वार्डन से अपनी समस्याएं बताने को कहा। वहीं, छात्रों के अनुसार इसकी शिकायत कई बार वार्डन से की, जिसका कोई हल नहीं निकाला गया। इस पर वे प्राचार्य से मिलने गए थे। हॉस्टल वार्डन का कहना है कि छात्रों को अनुमति दी गई है कि वे अपने स्तर पर कार्य करा लें, इसके बाद बिल का भुगतान प्रबंधन की ओर से कर दिया जाएगा।
वार्डन को लगाई गई फटकार
नागार्जुन विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डी.एन. वर्मा ने बताया कि छात्रों के आने के बाद वार्डन को बुलाकर फटकार लगाई गई है। साथ ही जल्द से जल्द व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। हमने कार्य बांट दिया है, ऐसे में उनकी समस्याओं का निराकरण वार्डन को ही करना है।