scriptअनाथ हुए बच्चों का महिला बाल विकास विभाग बनेगा सहारा | Sahara will become the Department of Women's Child Development for orp | Patrika News
रायपुर

अनाथ हुए बच्चों का महिला बाल विकास विभाग बनेगा सहारा

असहाय बच्चों व अकेली महिलाओं का पुनर्वास करेगा विभाग

रायपुरMay 13, 2021 / 06:12 pm

dharmendra ghidode

अनाथ हुए बच्चों का महिला बाल विकास विभाग बनेगा सहारा

अनाथ हुए बच्चों का महिला बाल विकास विभाग बनेगा सहारा

बलौदाबाजार. कोरोना महामारी के चलते जिन बच्चों के माता -पिता व परिजनों की मौत हो गई है अथवा कोरोना महामारी से संक्रमित है और अपने बच्चों का पालन पोषण करने में असमर्थ हैं या बच्चे अनाथ हो गए हैं, ऐसे बच्चों का परिवार अब महिला एवं बाल विकास विभाग बनेगा। दरअसल, महिला एवं बाल विकास विभाग इन बच्चों का पुनर्वास करेगा। यह सुविधा महिलाओं के लिए भी है। महिलाएं भी यदि अकेली हैं तो उनका भी पुनर्वास विभाग के द्वारा किया जाएगा इनकी सारी जिम्मेदारी विभाग की रहेगी।
जिले में ऐसे लोग हैं तो विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर इसका लाभ दिला सकते हैं। इन बच्चों की किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत पंजीकृत संस्थाओं में रखकर पढ़ाई-लिखाई भी कराई जाएगी। कोरोना महामारी के दौरान बलौदा बाजार जिला समेत पूरा देश गुजर रहा है। इस महामारी ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है, कइयों के अपनों को छीन लिया हैए माता पिता की मौत हो जाने की वजह से कई बच्चे अनाथ हो गए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिला बाल संरक्षण इकाई की टीम द्वारा ऐसे बच्चों व महिलाओं की खोजबीन की जा रही है। वहीं अन्य विभाग के अधिकारी व जनप्रतिनिधियों से भी अपील की गई है कि ऐसे बच्चों की यदि जानकारी मिलती है तो तत्काल विभाग को जानकारी दें, ताकि उनका समुचित पुनर्वास किया जा सके। इस संबंध में सभी सार्वजनिक स्थलों में जिला चिकित्सालय, पेट्रोल पंप, थाना, विद्यालयो,कोविड सेंटरों आदि स्थानों में जानकारी युक्त सूचना प्रदर्शित किया गया है।
यहां कर सकते है संपर्क

ऐसे बच्चों की जानकारी कार्यालय में आकर दे सकते हैं या फिर अध्यक्ष बालक कल्याण समिति संध्या बाजपेयी 94255 18887, जिला कार्यक्रम अधिकारी एलआर कच्छप 70001 47233, जिला महिला बाल विकास अधिकारी आदित्य शर्मा 62329 93998, प्रभारी जिला बाल सरंक्षण अधिकारी दीपक राय 82259 82744, विजय दिवाकर संरक्षण अधिकारी 78989 59283, चाल्डलाइन टोल फ्री नंबर 1098, डायल 112 एवं महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर सूचना दे सकते हैं। सूचना मिलते ही टीम त्वरित कार्रवाई करेगी।
बिना आवेदन के गोद लेना अपराध
महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कि यदि कोई भी व्यक्ति किसी बच्चे को गोद लेना चाहता है तो वे सीधे गोद नहीं ले सकेंगे। बाल कल्याण समिति को जानकारी देना आवश्यक है। साथ ही उन्हें दत्तक ग्रहण प्राधिकरण में आवेदन कर विधिवत गोद ले सकते हैं।

Hindi News / Raipur / अनाथ हुए बच्चों का महिला बाल विकास विभाग बनेगा सहारा

ट्रेंडिंग वीडियो