अब रायगढ़ वाले बिना जन्म प्रमाण पत्र के नहीं कर पाएंगे शादी, जानिए क्या है पूरा मामला
पुलिस ने रात में ही शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल में जुट गई। पीएम रिपोर्ट में युवक की हत्या होने की पुष्टि के बाद आरोपियों के धरपकड़ में पुलिस जुटी तो एक-एक परत खुलती गई और चार दिन बाद हत्या के आरोपी साढ़ू व पड़ोसी साले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।बीवी के प्यार की कीमत जवान को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी, पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
एक साल से हुर्रा की पत्नी अपने मायके में ही रह रही थी। 10 जुलाई को शनिराम अपनी पत्नी को लेने के लिए ग्राम आमाकोट ससुराल आया था। शाम करीब 7 बजे अपनी पत्नी से बात कर रहा था तभी उसका साढ़ू किशोर धु्रव (38) पिता लच्छन नरेटी पहुंच गया।उत्तर प्रदेश के लड़के से छत्तीसगढ़ की लड़की ने फ़ोन पर दोस्ती की व्हाट्सअप पर प्यार किया और फिर…
जहां डाक्टरों ने शनिराम को मृत घोषित कर दिया। इस दौरान डाक्टरों को कुछ शक हुआ तो पुलिस को सूचना दे दी। डाक्टरों की सूचना पर अस्पताल पहुंची पुलिस टीम ने शव को अपने कब्जे में लेकर पीएम कराया तो हत्या करने की पुष्टि हो गई। पुलिस उक्त मामले में जांच पड़ताल में जुटी तो एक-एक कड़ी खुलती चली गई।साढ़ू के साथ पत्नी का संबंध बना हत्या का कारण
शनिराम हुर्रा (28) पिता नोहर सिंग के हत्या का मुख्य कारण उसकी पत्नी का संबंध जीजा से होना बताया जा रहा है। एक साल से हुर्रा की पत्नी अपने मायके में ही रह रही थी। उसका जीजा भी ससुराल में ही रहता है। 10 जुलाई को जैसे ही हुर्रा अपनी पत्नी को लेने के शाम करीब सात बजे पहुंचा तो इसकी सूचना हुर्रा की पत्नी ने ही अपने जीजा को दे दी। हुर्रा का साढ़ू जीजा जैसे ही घर पहुंचा छोटे साढू़ शनिराम हुर्रा को गाली देने लगा और घर से भाग जाने धमकी दे रहा था। जब अपनी पत्नी को साथ जाने की बात कही तो किशोर ध्रुव ने मारपीट किया।हत्या के बाद शव को छिपाने का किया था प्रयास
10 जुलाई की रात शनिराम हुर्रा की उसके ही ससुराल में हत्या कर दी गई थी। हुर्रा की मौत होने के बाद उसकी पत्नी एवं परिवार के अन्य सदस्य और आरोपी साढ़ू किशोर धु्रव और पड़ोसी मेहर सिंह पोटाई ने रात में योजना बनाई कि कहीं पुलिस उन्हें पकड़ न ले।73 साल के पति को 65 साल की पत्नी पर था शक, हत्या कर घरवालों को बताया और निकल गया घूमने
ऐसे में एक निजी वाहन से बेहोशी के हालत में हुर्रा को लेकर भानु अस्पताल पहुंचे तो शव टाइट हो गया था। डाक्टरों को संदेह हुआ कि हत्या किया गया है। भानुप्रतापपुर पुलिस पहुंची तो शव को पीएम के लिए भेज दिया। पुलिस को देखकर साथ आए लोग घबराने लगे, पूछताछ में हत्या होना स्वीकार कर लिया।