व्यस्त चौराहे का कैमरा खराब बता रहे
अजीत सिंह और विनय टेकराम 8 दिसंबर को अपनी बाइक से देर रात होटल मेफेयर से होटल मेरियट जा रहे थे। इस दौरान अग्रसेनधाम चौक के पास पीछे से आ रही तेज रफ्तार काले रंग की थार और सफेद रंग की कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दिया। इससे दोनों घायल हो गए। इसमें अजीत के रीढ़ की हड्डी टूट गई। उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालात गंभीर बनी हुई है। युवक मौत से जूझ रहा है। इस मामले में तेलीबांधा पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। परिजनों ने एसपी से शिकायत की, तो थाने वालों ने कहा कि अग्रसेनधाम चौक का सीसीटीवी कैमरा खराब है। वहां का कैमरा खराब है, तो पुलिस वीआईपी चौक के सीसीटीवी कैमरे की जांच करके उस रात गुजरे वाहनों का फुटेज निकाल सकती है, लेकिन उसे चेक किया गया है। बताया जाता है कि कार शहर के एक रसूखदार की है।
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राजनीतिक दबाव, पीड़ितों पर ही एफआईआर
इसी तरह सिविल लाइन थाने का मामला है। रवि नगर की एक जमीन का 11 दिसंबर को सीमांकन होना था। इसकी सूचना सिविल लाइन थाने को दी गई थी। सीमांकन की जानकारी मिलने पर प्लाट के बगल वाले हरदयाल ने गेट का ताला तोड़कर अपना ताला लगा दिया। सुबह जमीन का सीमांकन कराने तबरेज और उसके साथी पहुंचे। उस दौरान दोनों पक्षों में विवाद हुआ। इसके बाद नाराज हरदयाल ने बंदूक से हवाई फायर करते हुए तबरेज और उनके साथियों को जान से मारने की नियत से बंदूक तान दिया था। इस मामले की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने हरदयाल के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। इसके दूसरे दिन एक राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन थाने के सामने प्रदर्शन करते हुए दूसरे पक्ष के खिलाफ एफआईआर की मांग करने लगे। बताया जाता है कि इससे सिविल लाइन पुलिस दबाव में आ गई और शुक्रवार देर रात दूसरे पक्ष के खिलाफ भी अपराध दर्ज कर लिया। इससे पूरी कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।