भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने दो पन्नों के पत्र में बताया कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पहली बार पारदर्शिता को समाप्त कर भाई- भतीजावाद चलाया गया है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षा 2021 के परिणाम में शीर्ष 18 स्थानों पर कांग्रेस नेताओं, सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष तथा बड़े अधिकारियों के बच्चे और रिश्तेदार (CGPSC) काबिज हैं, और उच्च पदों पर उनका चयन हुआ है। इससे युवाओं में व्याप्त निराशा और आक्रोश को देखते हुए पूर्व गृह मंत्री व वर्तमान में रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, जिसे स्वीकार कर उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से 18 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर रोक लगाने को कहा। चूंकि उनमें से 5 की नियुक्ति हो चुकी थी, इस लिहाज से वर्तमान में 13 लोगों की नियुक्ति पर रोक लगी है।
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