छत्तीसगढ़ की पहचान गोड़, बैगा आदिवासी जनजातियों से होती है। क्षेत्रीय सांस्कृतिक मानव जीवन की नैसर्गिक सुखों की यह एक जीती-जागती परम्परा है जो आज भी प्रदेश में बड़े उत्साह एवं श्रध्दा से मनाते आ रहे हैं
रायपुर•Oct 30, 2016 / 11:19 pm•
चंदू निर्मलकर
Hindi News / Raipur / अनूठी है छत्तीसगढ़ की यह परंपरा, लक्ष्मी के बाद पूजते हैं गौरा-गौरी