दोनों अफसरों ने एक-दूसरे से गुरुवार को पदभार ग्रहण किया। मुखोपाघ्याय भारतीय रेलवे ट्रैफिक सेवा के 2008 बैच के अधिकारी हैं। वे वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी रायपुर मंडल के पद पर कार्यरत थे। इससे पूर्व वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नागपुर भी रह चुके हैं। इस फेरबदल को एक पद पर तीन साल की सेवा पूरी होना माना जा रहा है।
सप्ताह के पहले दिन हिंदी में करना होगा कामकाज
वहीं एक अन्य कार्यक्रम में डीआरएम राहुल गौतम ने गुरुवार को राजभाषा सप्ताह समारोह का शुभारंभ करते हुए हर सप्ताह के पहले दिन रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए हिन्दी में कामकाज करना अनिवार्य किया। इस दौरान विभिन्न विभागों एवं यूनिटों द्वारा हिंदी में किए गए कार्यों की प्रदर्शनी भी आयोजित की, जिसमें कार्यालयों के दैनिक क्रिया-कलापों के अतिरिक्त राजभाषा अधिनियम के तहत जारी प्रपत्रों एवं दस्तावेजों को प्रदर्शित किया गया है।
मंडल रेल प्रबंधक गौतम ने कहा कि राजभाषा का अधिकाधिक प्रयोग भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना है। राजभाषा सप्ताह का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों एवं अधिकारियों में हिन्दी के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना एवं हिन्दी में काम करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों को इसके लिए प्रोत्साहित करना है। इस दौरान उन्होंने सभी विभागों के कार्यो की एक-एक फाइल देखकर संबंधित विभाग प्रमुखों से चर्चा करते हुए राजभाषा प्रचार-प्रसार के कार्यों की समीक्षा भी की ।
14 सितंबर को पुरस्कृत करेंगे
राजभाषा अधिकारी डा. संजीव कुमार मिश्र ने राजभाषा सप्ताह पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस सप्ताह का समापन १४ सितंबर को होगा। इसमें विजेता सभी प्रतिभागियों को प्रथम ,द्वितीय ,तृतीय एवं सान्त्वना पुरस्कार दिया जाएगा।