इस डिजिटल हेल्थ आईडी में संबंधित व्यक्ति की बीमारी और इलाज की सभी तरह की जानकारियां दर्ज होंगी। कलेक्टर सौरभ कुमार के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य विभाग रायपुर द्वारा बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल ने बताया कि डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने की टॉप 10 लिस्ट जारी की गई है जिसमें रायपुर जिला प्रथम स्थान पर है।
यह भी पढ़ें: आधार कार्ड खो गया तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं, इस प्रोसेस से घर बैठे बना सकते हैं दूसरा आधार कार्ड रायपुर में 5,356 डिजिटल हेल्थ आईडी बनी
रायपुर में 5,356 डिजिटल हेल्थ आईडी बनायी गईं हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान पूरे देश में सर्वाधिक 53,067 डिजिटल हेल्थ आईडी छत्तीसगढ़ में बनाए गये है। इसके तहत तीसरे स्थान पर राजनंदगांव जिले में 4,366, चौथे स्थान पर रायगढ़ में 4,122 और पांचवें स्थान पर बस्तर में 3,972 डिजिटल हेल्थ आईडी बनाईं गईं हैं।
इसी तरह आठवां स्थान धमतरी जिले ने 3,299, नवा स्थान कोरबा में 2,964 और दसवां स्थान पर रहे बिलासपुर जिले में 2,722 डिजिटल हेल्थ आईडी बनाए गए है। यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे 2021 के अवसर पर दिल्ली में हुए कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को देश में सबसे ज्यादा डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने पर प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।
यह भी पढ़ें: गजब का है यह Mobile App जो जोड़कर रखता है परिवार, बताता है रिश्तेदारों की लोकेशन कैसे बनेगा डिजिटल हेल्थ आईडी और इसके फायदे
मोबाइल नंबर या आधार कार्ड के ज़रिए हेल्थ आईडी जनरेट किया जा सकता है। आधिकारिक वेबसाइट से हेल्थ आईडी कार्ड बनाने के लिए पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस का इस्तेमाल भी किया जा सकेगा। मोबाइल या आधार के ज़रिए हेल्थ आईडी बनाने के लिए आपको अपना नाम, जन्म का वर्ष, लिंग, पता और मोबाइल नंबर/आधार की जानकारी देनी होगी।
डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने से कई फायदे है। दरअसल, यह एक प्रकार का किसी मरीज का डिजिटल ब्यौरा है। इसमें मरीज की मेडिकल और ट्रीटमेंट हिस्ट्री दी गई होती है। इसके साथ ही आपको बार-बार टेस्ट कराने के चक्करों से छुटकारा मिल जाएगा। इसके जरिए यूजर्स अपना हेल्थ रिकॉर्ड मेंटेन कर पाएंगे। इसमें यूजर्स की सभी निजी जानकारियां शामिल होंगी।