जानकारी के मुताबिक, रायपुर सेंट्रल जेल में उमेश उर्फ चांटी, ताराचंद और राहुल आहूजा हत्या के एक मामले में बंद हैं। तीनों ने मिलकर एक अन्य कैदी रामकृष्ण तिवारी पर हमला कर दिया। जेलर उत्तम पटेल ने बताया कि उमेश और राहुल ने स्टील के बर्तन के छोटे टुकड़ों से रामकृष्ण पर हमला किया।
सुपारी किलिंग का शक
जेल के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि उमेश और राहुल आहूजा ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें जेल से बाहर दो लोगों ने राम तिवारी पर हमला करने को कहा था। अरुण यादव और मुकेश बनिया नाम के लोगों का जिक्र दोनों ने किया है। कहा है कि उनके कहने पर ही अटैक कर राम की जान लेने की कोशिश की, मगर नाकाम रहे। इस वजह से इस पूरे कांड के पीछे सुपारी किलिंग का शक है।
जेल के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि उमेश और राहुल आहूजा ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें जेल से बाहर दो लोगों ने राम तिवारी पर हमला करने को कहा था। अरुण यादव और मुकेश बनिया नाम के लोगों का जिक्र दोनों ने किया है। कहा है कि उनके कहने पर ही अटैक कर राम की जान लेने की कोशिश की, मगर नाकाम रहे। इस वजह से इस पूरे कांड के पीछे सुपारी किलिंग का शक है।
पहले भी हो चुका है हमला
साल 2019 के दिसंबर महीने में रकसेल गैंग और रफीक गैंग के बीच जेल में इसी तरह विवाद हुआ था तब आरोपियों ने जेल में रखे गिलास को काटकर एक नुकीला तेजधार हथियार बनाया। फिर इससे दूसरी गैंग के लोगों पर हमला कर दिया. हमले में रफीक नामक युवक को गंभीर चोट आई।उसे तत्काल जेल के अस्पताल वार्ड में भर्ती किया गया। प्रारंभिक इलाज के बाद उसे मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था।
साल 2019 के दिसंबर महीने में रकसेल गैंग और रफीक गैंग के बीच जेल में इसी तरह विवाद हुआ था तब आरोपियों ने जेल में रखे गिलास को काटकर एक नुकीला तेजधार हथियार बनाया। फिर इससे दूसरी गैंग के लोगों पर हमला कर दिया. हमले में रफीक नामक युवक को गंभीर चोट आई।उसे तत्काल जेल के अस्पताल वार्ड में भर्ती किया गया। प्रारंभिक इलाज के बाद उसे मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था।