रायपुर. काला चश्मा और चटकदार नीली शर्ट पहनकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगवानी करने पर विवाद में आए जगदलपुर कलक्टर अमित कटारिया ने उस विवादास्पद फोटो को फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल पिक बना रखा है, जिसे देखकर राज्य सरकार ने ड्रेस कोड का उल्लघंन मानते हुए चेतावनी पत्र जारी किया। इसके बाद अफसरों के ड्रेस कोड पर बहस छिड़ गई। कलक्टर ने फेसबुक अकाउंट में 9 मई के बाद 11 मई को डेमेज कंट्रोल के रूप में दूसरा फोटो भी पोस्ट किया, जिसमें नीली शर्ट की जगह लाइनिंग वाली शर्ट पहन रखी है। शनिवार शाम तक नीली शर्ट वाली फोटो को करीब 12 हजार लोग लाइक कर चुके थे।
विवादास्पद फोटो से अकाउंट अपडेट 9 मई को बस्तर प्रवास के दौरान मोदी की अगवानी
कलक्टर कटारिया ने की थी। कटारिया ने इसी रात को इसका फोटो फे सबुक पर प्रोफाइल फोटो भी अपलोड कर दिया था। इसके दो दिन बाद पत्रिका में यह फोटो आने के बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लिया। 11 मई को मामला तूल पकडऩे के बाद कटारिया ने उसी रात पीएम की अगवानी करते हुए दूसरी शर्ट का फोटो भी फेसबुक पर पोस्ट कर दिया। इस फोटो को 5900 से लोगों ने लाइक किया है।
कटारिया सोशल मीडिया से गायब ड्रेसकोड के उल्लंघन में
विवाद में आने के बाद कटारिया 11 मई के बाद फेसबुक और ट्वीटर से गायब हैं। आमतौर पर वे सोशल मीडिया पर नियमित सक्रिय रहते हैं। लेकिन इस मसले के बाद उन्होंने फेसबुक से दूरी बना ली है।
ड्रेस पर विवाद पहले भी साल 2012, बिहार में राष्ट्रपति के लिए एक पार्टी में मुख्य सचिव एके सिन्हा व अफसर अनौपचारिक ड्रेस में आए। जबकि निर्धारित ड्रेस के लिए कहा गया था। साल 2010, आन्ध्र प्रदेश में गणतंत्र दिवस पर सीएम के एस्कार्ट सी. पार्थसारथी सही ड्रेस में थे। अधीनस्थों ने बताया, वे ऑफिस मेंऐसे ही रहते हैं। साल 2007, आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस राजशेखर रेड्डी ने कॉन्फ्रेंस से 2 कलक्टरों को समुचित ड्रेस में न होने पर निकाल दिया था।
सीएम टाल गए सवाल लोक सुराज की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पत्रकारों ने कटारिया से जुड़े सवालों को उठाया तो मुख्यमंत्री बिना कुछ टिप्पणी किए हाथ हिलाते हुए चले गए।
रिटायर्ड अफसर भी हैं नाराज एक आईएएस को जब प्रधानमंत्री को रिसीव करना हो तो यह जरूरी है कि मौसम कोई भी हो वह गलाबंद कोट ही पहने।
डीपी बागची, पूर्व मुख सचिव, ओडिशा
देश के सर्वोच्च नेता के सामने हों तो हमारा आचरण कैसा हो यह खुद तय करना चाहिए। कलक्टर, एसपी को सनग्लास नहीं पहनना चाहिए।
प्रवीण महेन्द्रू, पूर्व एडीजी, छत्तीसगढ़
अमित कटारिया को गलाबंद कोट पहनना चाहिए था। हम लोग भी जब प्रधानमन्त्री या राष्ट्रपति से मिलने जाते थे तो ड्रेस कोड का पालन करते थे। वो युवा हैं शायद इसलिए इस बात को समझ नहीं पाए।
डॉ. केके चक्रवर्ती, पूर्व आईएएस, छत्तीसगढ़ कैडर Hindi News / Raipur / हल्ला.. नोटिस… समझाइश, फिर भी फेसबुक प्रोफाइल ‘दबंग’ वाली