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बिलासपुर जिले के तालागांव में देवरानी मंदिर से प्राप्त रुद्रशिव प्रतिमा, सरगुजा के रामगढ़ में पत्थरों को काटकर बनाई गई विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला के रूप में मशहूर सीताबेंगरा गुफा, सिरपुर में पक्के ईंटों से निर्मित लक्ष्मण मंदिर, भोरमदेव के शिव मंदिर और बारसूर में पत्थर से निर्मित भगवान गणेश की विशाल प्रतिमा की प्रतिकृतियों, सिरपुर में वर्ष 1953 में टीलों की खुदाई में प्राप्त धातु निर्मित बौद्ध मूर्तियों, रतनपुर से मिले 11वीं और 12वीं शताब्दी की भगवान विष्णु की प्रतिमा तथा जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाओं के बारे में भी जाना।
बिलासपुर जिले के तालागांव में देवरानी मंदिर से प्राप्त रुद्रशिव प्रतिमा, सरगुजा के रामगढ़ में पत्थरों को काटकर बनाई गई विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला के रूप में मशहूर सीताबेंगरा गुफा, सिरपुर में पक्के ईंटों से निर्मित लक्ष्मण मंदिर, भोरमदेव के शिव मंदिर और बारसूर में पत्थर से निर्मित भगवान गणेश की विशाल प्रतिमा की प्रतिकृतियों, सिरपुर में वर्ष 1953 में टीलों की खुदाई में प्राप्त धातु निर्मित बौद्ध मूर्तियों, रतनपुर से मिले 11वीं और 12वीं शताब्दी की भगवान विष्णु की प्रतिमा तथा जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाओं के बारे में भी जाना।
ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया: सीएम सीएम ने कहा, राष्ट्रपति के आगमन से हम छत्तीसगढ़ के लोग विशेष आत्मीयता का अनुभव कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया है। यह प्रदेश एक आदिवासी प्रदेश है, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग भी बहुत बड़ी संख्या में यहां निवास करते हैं। यह प्रदेश किसानों का प्रदेश है, यह वंचितों का प्रदेश है। सभी वंचितों को न्याय मिले, यह संविधान की भावना है। आप संविधान की रक्षक हैं, आपके आगमन से छत्तीसगढ़ के लोग बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें : CGPSC Exam : चिकित्सक विभाग में इतने पदों पर निकली वैकेंसी, मिलेगी बम्पर सैलरी, यहां देखें डिटेल्स… राष्ट्रपति को दी तालागांव से प्राप्त रुद्रशिव प्रतिमा की प्रतिकृति राष्ट्रपति ने महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय में छत्तीसगढ़ और अन्य क्षेत्रों से प्राप्त प्राचीन मूर्तियों, अभिलेखों और ताम्रपत्रों के बारे में विस्तार से जाना। वे यहां की प्राचीन मूर्त धरोहर, राम वन गमन पथ तथा शिवनाथ नदी के दोनों ओर बसे गढ़ों से भी रू-ब-रू हुईं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को तालागांव से प्राप्त रुद्रशिव प्रतिमा की प्रतिकृति भेंट की। यहां राज्यपाल और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने भी राष्ट्रपति के साथ संग्रहालय का अवलोकन किया।
महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय के भ्रमण के बाद राष्ट्रपति ने विजिटर्स बुक में लिखा कि यहां प्रदर्शित कलाकृतियां और प्राचीन अवशेष भारतीय इतिहास के ज्ञान में वृद्धि करते हैं। रुद्रशिव की मूर्ति, सिरपुर की धातु मूर्तियां तथा लकड़ी के खंभे पर दो हजार साल पहले लिखा गया लेख इस संग्रहालय में सावधानीपूर्वक रखे गए हैं। उन्होंने गौरवशाली अतीत के साक्ष्यों को संभालने के लिए संग्रहालय की पूरी टीम को बधाई दी।
यह भी पढ़ें : CG Vyapam : सहायक शिक्षक भर्ती की आज से ऑनलाइन कॉउंसलिंग शुरू, बीएड अभ्यर्थी भी शामिल, सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश सकारात्मक बदलाव से समाज होता है मजबूत राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा, कि सकारात्मक परिवर्तन का मतलब ऐसे परिवर्तन से है जिसका लाभ व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र को हो। जब कोई समाज सकारात्मक बदलाव को अपनाता है तब वह और अधिक मजबूत हो जाता है। हम सभी जानते हैं कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है। जो रूढ़िवादी और परंपरावादी समाज अपनी मान्यताओं और परंपराओं को बदलना नहीं चाहता वह मुख्यधारा से कट जाता है।
यह भी पढ़ें : DRSU की बैठक : सदस्यों ने रायपुर से अहमदाबाद दुरंतो ट्रेन चलाने की मांग की, कैट ने दिए कई सुझाव राजभवन में लगाया पारिजात का पौधा राष्ट्रपति ने राजभवन में पौधरोपण भी किया। उन्होंने, पारिजात का पौधा लगाया। राज्यपाल ने श्वेत चम्पा का पौधा लगाया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में राजभवन में रात्रि भोज आयोजित किया गया। इस दौरान जनप्रतिनिधिगण और अधिकारी मौजूद रहे।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने रात्रि भोज के पूर्व आमंत्रित अतिथियों से मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, प्रथम महिला सुप्रभा हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनकी धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल, केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रमेश सिन्हा, मंत्रीगण ताम्रध्वज साहू, मोहन मरकाम, कवासी लखमा, अमरजीत भगत, सांसदगण अरूण साव, सुनील सोनी, गोमती साय, फूलो देवी नेताम, मोहन मंडावी, संतोष पांण्डेय, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अन्य जनप्रतिनिधिगण पद्मश्री पुरूस्कार से सम्मानित गणमान्य नागरिक, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, रेणु जी पिल्ले, राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो सहित अनेक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।