5 आरोपी अब भी फरार अतिरिक्त लोक अभियोजक आदित्य कुमार झा ने बताया कि 8 जनवरी 2020 को कारोबारी प्रवीण सोमानी का अपहरण सिलतरा इलाके से हुआ था। सिलतरा स्थित अपनी फैक्ट्री से घर के लिए निकले थे। इसी दौरान अपराधियों ने उनका अपहरण कर लिया (Kidnapping Case) था। इस अपहरण कांड में चंदन सोनार गैंग का नाम सामने आया था। ये गिरोह मूलत: बिहार से है, और देश के कई बड़े व्यापारियों के अपहरण कांड में इनकी भूमिका भी रही है।
घटना के 13 दिनों बाद कारोबारी को सकुशल रिहा कराने में पुलिस को कामयाबी मिली थी। इसमें पुलिस ने दबिश देकर यूपी के अंबेडकर नगर से प्रवीण को बरामद किया था। अपहरण करने वाले सोनार गैंग के 6 आरोपियों को अलग अलग स्थान से गिरफ्तार किया था। वहीं 5 अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
इनको आजीवन कारावास की सजा – अनिल चौधरी 30 वर्ष दोंदेकला रायपुर
– मुन्ना नाहक 24 गंजाम ओडिशा
– शिशिर स्वाइन 24 गंजाम ओडिशा
– प्रदीप भुइया 27 गंजाम ओडिशा
– तूफान गौड़ 28 गंजाम ओडिशा
– डॉ. आफताफ अहमद अंसारी अहमदपुर यूपी
इनकी आरोपियों की तलाशी पप्पू चौधरी, सुमन कुमार, अमरजीत, अजमल और अंकित।
5 राज्यों में छापेमारी अपहरण की घटना के बाद डीजीपी डीएम अवस्थी के निर्देश पर तत्कालीन एसएसपी आरिफ शेख के नेतृत्व में 60 सदस्यीय स्पेशल टीम का गठन किया गया था। विशेष टीम द्वारा कारोबारी की तलाश करने उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, गुजरात सहित पांच राज्यों में छापेमारी की गई थी। इससे घबराकर अपहरणकर्ता प्रवीण सोमानी को उत्तरप्रदेश के फैजाबाद में छोड़कर फरार हो गए थे। पुलिस ने घटना के बाद गिरोह के अनिल चौधरी, मुन्ना नाहक, प्रदीप भुइया सहित दर्जनभर शातिर आरोपियों को यूपी बिहार और ओडिशा से गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में पता चला कि अपहरणकांड में मुख्य आरोपी पप्पू चौधरी था। उसे गुजरात की वापी पुलिस ने मुंबई के हीरा कारोबारी के अपहरण के एवज में 30 करोड़ की फिरौती की रकम लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। उसके बाद से वह सूरत जेल में बंद है। उसके खिलाफ देश के कई राज्यों में दर्जनों गंभीर केस दर्ज हैं।