एमडी पीडियाट्रिक की परीक्षा में गड़बड़ी के बाद पं. दीनदयाल उपाध्याय हेल्थ साइंस एंड आयुष विवि ने जुलाई में एग्जाम रद्द कर दिया था। इससे नाराज परीक्षा में शामिल हुए छात्रों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाल ही में सिंगल के बाद डबल बेंच ने विवि के पक्ष में फैसला देते हुए छात्रों की याचिका खारिज कर दी। इसके बाद विवि ने सोमवार व मंगलवार को 11 पीजी छात्रों का प्रेक्टिकल कराया। इसके लिए दूसरे कॉलेज के एचओडी को इंटरनल नियुक्त किया था।
प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ कि विवि ने एमडी की परीक्षा रद्द की थी। इससे काफी बवाल मचा। दरअसल एनएमसी व विवि के अधिनियम के अनुसार प्रेक्टिकल में एक दिन में केवल 8 छात्रों को शामिल किया जा सकता है। जबकि पीडियाट्रिक विभाग ने 11 छात्रों का प्रेक्टिकल एक दिन में ले लिया था। मामले की शिकायत सीएम व डिप्टी सीएम कार्यालय में भी हुई थी। इसके बाद विवि ने जांच कमेटी बनाई और कमेटी की रिपोर्ट पर परीक्षा रद्द करते हुए दोबारा प्रेक्टिकल कराने का निर्णय लिया था। इस पर कुछ छात्रों ने सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।