प्रतिबंधित प्लास्टिक से रायपुर शहर को मुक्त करने शहर में संचालित जन अभियान के अंतर्गत शनिवार को रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड, नगर निगम व राग फ ाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में ओपन माइक कार्यक्रम का आयोजन टाउन हॉल में किया गया। इस आयोजन में हर आयु व उम्र के रचनाकारों ने प्लास्टिक के उपयोग के दुष्प्रभाव पर अपनी चिंता जाहिर की और अपनी रचनाओं के माध्यम से बाजार जाने पर कपड़े के बैग का उपयोग करने व रायपुर को प्लास्टिक मुक्त करने हर घर को इस अभियान से जुडऩे का संदेश दिया। टाउन हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में सीए विजित गोयल ने बचाकर चंद रुपयों को हमने कुछ सुविधाएं भी पा ली होगी, पर धरी रह जाएगी सब सुविधाएं जब धरती इंसानों से खाली होगी, जैसी रचना से इस कार्यक्रम की शुरुआत की। आकाशवाणी व दूरदर्शन की उद्घघोषिका सुजाता शुक्ला ने आज के युग का नूर हूं मैं, प्लास्टिक असुर हूं मैं, जैसी रचना से प्लास्टिक के दुष्प्रभाव को बताया। समाज सेविका बियोगिनी गुप्ता ने मेरा मत कर उपयोग, मुझसे होते हैं भयंकर रोग, जैसे दुष्प्रभाव से अवगत कराया। आकाशवाणी आरजे शुभ्रा ठाकुर ने आओ मिलकर एक मुहिम चलाएं, इस धरती को पॉलिथीन मुक्त बनाएं के जरिए इस अभियान में सभी को शामिल होने आह्वान किया। इसी तरह रो रहा है अंबर, जल रहा यह नीर, से इंदरप्रीत कौर ने अपनी रचनाओं से प्लास्टिक के दुष्प्रभाव पर अपनी बात रखी। कवि मोहम्मद हुसैन, पेशे से मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव अभिषेक शर्मा, कॉलेज स्टूडेंट अमरप्रीत कौर, शिक्षिका सुधा तिवारी ने भी सभी से प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने में सभी से सहयोग की अपील की। ओपन माइक कार्यक्रम में 10 वर्षीय प्रेक्षा की रचना को सबने सराहा, यही नहीं 74 वर्षीय चार्टर्ड इंजीनियर पी.मोहता ने भी अपने विचार और रचना के माध्यम से इस मुहिम में हर एक नागरिक को शामिल होने की अपील की।