जानकारी के मुताबिक शुक्रवार से गिरफ्तारी और विभागीय कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो सकता था। इससे घबराकर पटवारियों ने देर शाम हड़ताल खत्म करने का निर्णय ले लिया। पटवारी संघ के अध्यक्ष भागवत कश्यप ने बयान जारी करके बताया कि हड़ताल वापस ले ली गई है। एक दिन पहले ही विभाग के (CG Patwari strike) सचिव एनएन एक्का ने सभी पटवारियों को बर्खास्त करने की बात कही थी। तब से पटवारी संघ में दो गुट हो गए थे। आधे से अधिक पटवारी हड़ताल वापस लेने के पक्ष में थे।
एक माह बाद छात्रों और जनता की फिक्र पटवारी संघ के अध्यक्ष भागवत कश्यप ने शाम को बयान जारी कर कहा कि आम जनता और छात्रों की समस्या को देखते हुए हड़ताल समाप्त कर दी गई है। अहम बात यह है कि हड़ताल के 32 दिन बाद पटवारियों को आम जनता और छात्रों की फिक्र होने लगी।
सीएम ने मिलने से कर दिया था मना हड़ताल खत्म होने के पीछे यह भी कारण सामने आया है कि प्रशासन की सख्ती को रोकने के लिए गुरुवार की शाम पटवारी संघ मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे। सीएम पहले से पटवारियों की कार्यप्रणाली से नाराज थे। उन्होंने (CG Patwari strike over) हड़ताल समाप्त होने से पहले मिलने से इनकार कर दिया। इसके बाद संघ के अध्यक्ष ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की। बाद में वे सीएम से मुुलाकात करने पहुंचे।