रायपुर। Patrika Jan gan Man yatra in Raipur: मंगलवार को सीएम हाउस में पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ. गुलाब कोठारी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुलाकात हुई। दोनों ने प्रदेश और देश के महत्वपूर्ण आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर सारगर्भित चर्चा की।
आधी आबादी की बात करने बड़ी संख्या में महिलाएं भी यहां पहुंची थीं। गुलाब कोठारी ने उनसे घर-परिवार से लेकर काम तक जुड़ी बातें की। भविष्य निर्माण में महिलाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा, महिला के पास वो ताकत है जो पुरुष के पास भी नहीं। महिलाएं किसी संकल्प से पुरुष को हिला सकती हैं। लेकिन, पुरुष नहीं हरा सकता। हर बच्चे को संवेदना उसकी मां से मिलती है।
अगर किसी बच्चे में संवेदना नहीं है तो यह मां की गलती है। महिलाएं बाहर का काम भी कर सकती हैं। लेकिन, घर की जिम्मेदारी महिलाएं ही बेहतर संभाल (Patrika Jan gan Man yatra) सकती हैं। बच्चों को संस्कारवान बनाना होगा। आपने किसी बच्चे को जन्म दिया और बड़ा होकर वह आपका ही अपमान करने लगे तो गलती किसकी है? महिलाएं अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने पर जोर दें तो देश की परिस्थिति बदल सकती है।
किसने क्या कहा डॉ. गुलाब कोठारी ने अपनी बात हमेशा सटीक तरीके से कही है। उनकी लेखनी में काफी चिंतन होता है। उनकी यह यात्रा जनमानस के मन को समझने और समझाने का अच्छा माध्यम है। – सत्यनारायण शर्मा, कांग्रेस विधायक, रायपुर ग्रामीण
कोठारीजी की यात्रा प्रदेश के लोगों का मन जानने का बेहतर तरीका है। कोल, शराब और पीएससी घोटाला चुनाव का मुद्दा होगा। प्रदेश की जनता इससे त्रस्त है। – सिद्धार्थ नाथ सिंह, भाजपा विधायक, इलाहाबाद
कोठारीजी का चिंतन परिपक्व है। छत्तीसगढ़ में चुनाव नजदीक हैं। बेसिक डेवलपमेंट पर हमने बहुत काम किया है। सभी वर्ग खुश है। अपेक्षाएं भी बढ़ी हैं। यही हमें दोबारा दिलाएगा। – विकास उपाध्याय, विधायक, रायपुर पश्चिम
लोग समझदार हो गए हैं। उनका काम कराने के लिए आपको भी उतना एक्टिव होना पड़ेगा। लोगों को न्याय दिलाने के लिए हमने काफी (Patrika Jan gan Man yatra in cg) काम किए हैं। सभी वर्गों को इसका लाभ मिला है। – कुलदीप जुनेजा, विधायक, रायपुर उत्तर
जीएसटी से व्यापारियों को काफी परेशानी हो रही है। छत्तीसगढ़ सरकार ने व्यापारियों के लिए काफी अच्छा काम किया है। होलसेल कॉरिडोर से व्यापार बढ़ेगा। – अमर पारवानी, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कैट छत्तीसगढ़ के गरीब, आदिवासी शिक्षा, स्वास्थ्य और सुविधाओं से वंचित हैं। सरकार क्षेत्रवाद की बात तो करती है। लेकिन, सरकारी से लेकर प्राइवेट नौकरियों तक बाहर के लोग ज्यादा हैं। – गैरी बीरिंग, सह प्रभारी, छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी