यह भी पढ़ें : Weather Update : मानसून फिर से हुआ एक्टिव, इतने दिनों प्रदेश में जमकर बरसेंगे बादल, देखें IMD की भविष्यवाणी बड़ों के झुकने का पर्व साध्वी ने कहा कि यह बड़ों के झुकने का पर्व है। 364 दिन भले ही बड़े छोटों से प्रणाम करवाएं, परंतु संवत्सरी का 1 दिन मानव जाति को संदेश देता है कि सास-बहू को, पिता-बेटे को अधिकारी-कर्मचारी को और बड़े छोटों को प्रणाम कर अनुचित व्यवहार की क्षमायाचना कर ले।
प्रतिक्रमण कर सभी जीवों से मांगी क्षमायाचना जैन समाज के विभिन्न धर्मस्थानों में सायंकालीन प्रतिक्रमण कर पर्यूषण पर्व की हजारों श्रावक-श्राविकाओं ने आराधना की और 84 लाख जीवों से क्षमायाचना मांगी। सामाजिक कार्यकर्ता ओमप्रकाश बरलोटा ने बताया कि अंतिम दिवस संवत्सरी का प्रतिक्रमण कर समस्त प्राणीमात्र से ’खामेनि सव्वे जीव, सव्वे जीव खमन्तु में’ एवं ’वंदन श्री गुरुराज को खामाऊं सारा जीव’ को गाते हुए समस्त प्राणी मात्र से क्षमायाचना की।
यह भी पढ़ें : Priyanka Gandhi In Chhattisgarh : प्रियंका गांधी पहुंची रायपुर, भिलाई में महिला सम्मेलन के कार्यक्रम को करेंगी संबोधित, देखें पूरा शेड्यूल लालगंगा पटवा भवन में पर्यूषण महापर्व के आखरी दिन उपाध्याय प्रवर प्रवीण ऋषि ने कहा कि संवत्सरी की आलोचना, प्रतिक्रमण, श्रुतदेव आराधना करने के बाद क्षमापना के क्षीरसागर में स्नान करने के लिए आप तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हम क्षमाप्रार्थी हैं अपने तीर्थंकर परमात्मा के।
इसे महसूस करते हुए स्वयं को परमात्मा के चरणों में प्रस्तुत करते हुए उनसे क्षमा के वरदानों को ग्रहण करें जो उन्होंने बरसाए हैं। उन्होंने बताया कि पर्यूषण पर्व आराधना के लिए चेन्नई, पुणे, इंदौर, अहमदनगर से पहुंचे हैं। कई लोग 9 दिनों से रायपुर में हैं, कई लोग 2 दिन पहले पहुंचे हैं। उक्ताशय की जानकारी रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने दी है।
यह भी पढ़ें : महादेव सट्टा एप : ED रेड में बड़ा खुलासा! सौरभ चंद्राकर का इन सेलिब्रिटीज से कनेक्शन, छापेमारी में करोड़ों रुपए जब्त रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने कहा कि उपाध्याय प्रवर ने जो क्षमापना की महिमा बताई और हमसे जो क्षमायाचना कराई वो नजारा अद्भुत था। हम अंदर ही अंदर आंख बंद कर इसमें जुड़ गए और उपाध्याय प्रवर जो कहते गए श्रद्धापूर्वक उसे अर्जित करते गए और अंदर में उसे पिरोते गए।
उन्होंने प्रवीण ऋषि के चरणों में नमन करते हुए, जो भी गलती चातुर्मास के दौरान रायपुर श्रमण संघ द्वारा, स्वयं द्वारा हुई, उसके लिए ललित पटवा और पूरे संघ ने गुरुदेव के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित करते हुए क्षमायाचना मांगी और अपनी भूलों को सुधारने के लिए और उनके प्रति अपनी सच्ची भावना और श्रद्धा अर्पित करने के लिए उन्हें प्रमाण करते हुए क्षमायाचना की। रायपुर श्रमण संघ के सभी सदस्यों से भी ललित पटवा ने क्षमापना मांगी।