इसी इवेंट में भारत की मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता है। मोना को भी मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। निश्चित ही यह भारत के लिए गर्व का क्षण है। इस बड़ी उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बधाई दी है।
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11 साल की उम्र में हुआ पैरालिसिस
पैरालंपिक शूटिंग में भारत को गोल्ड जिताने वाली अवनि लेखरा का जन्म 8 नवंबर 2001 को राजस्थान में हुआ था। भारतीय पैरालंपिक और राइफल शूटर अवनि लखेरा की स्ट्रगल लाइफ काफी दर्द से भरी रही। ग्यारह साल की उम्र में कार दुर्घटना में कमर के नीचे के हिस्से में लकवा मारने की वजह से अवनि व्हीलचेयर से चलती है। वे टोक्यो पैरालम्पिक 2021 में निशानेबाजी में मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज बनी थी. SH1 कैटेगरी में वे खिलाड़ी होते हैं जिनकी बाजुओं, कमर के निचले हिस्से, पैरों में विकृति होती है या उनकी बाजू नहीं होती है।अवनि लेखरा की उपलब्धियां
पैरालंपिक गेम्स (2020) – R2 में स्वर्ण पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 और R8 में कांस्य पदक – महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन SH1 एशियाई पैरा गेम्स (2022) – R2 में स्वर्ण पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 विश्व कप नई दिल्ली (2024) – R2 में कांस्य पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 और आर6 मिश्रित टीम 50 मीटर राइफल प्रोन एसएच1 1
ओसिजेक विश्व कप (2023) – R2 में स्वर्ण पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 और आर10 में रजत पदक – मिश्रित टीम 10 मीटर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 चांगवोन विश्व कप (2023) – R2 में रजत पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1