बता दें कि CGPSC 2021-22 की सिलेक्शन लिस्ट विवादों में घिरी रही। जिसमें तत्कालीन चेयरमैन, कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के रिश्तेदारों का मनमाने तरीके से चयन की बात सामने आई है। गंभीर आरोपों के बीच बीजेपी ने इस पर लगातार विरोध प्रदर्शन भी किया।
वहीं चुनाव के बाद भी सीजीपीएससी का मामला नहीं थमा। इसे लेकर ACB और बालोद के अर्जुंदा थाने में FIR दर्ज कराई गई। शिकायत में आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी, पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक सहित अन्य अफसरों और नेताओं का नाम है।
15 फरवरी को बालोद के एक अभ्यर्थी ने अर्जुंदा में लिखित में शिकायत दी थी। अभ्यर्थी 2021 में PSC की परीक्षा शामिल हुआ था। अभ्यर्थी ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह प्रिलिम्स और मेंस पास होने के बाद इंटरव्यू तक पहुंचा। लेकिन उसका चयन नहीं हुआ। इससे वे बेहद आहत है।