ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित बच्चा हर्ष की महंगी दवाई के लिए मां-बाप रायपुर एम्स के बाहर किराए के ठेले में चाय नाश्ता बेचकर पैसे जुटाते थे. इस मजबूरी की कहानी सोशल मीडिया में वायरल होते गई है. इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसका संज्ञान लिया है.
रायपुर•Nov 15, 2022 / 01:00 pm•
Sakshi Dewangan
छत्तीसगढ़ के रायपुर एम्स के बाहर से एक मार्मिक तस्वीर सामने आई है. यहां बेबस मां-बाप अपने 13 माह में बच्चे की जान बचाने के लिए फुटपाथ पर रहने के लिए मजबूर हैं. ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित बच्चा हर्ष की महंगी दवाई के लिए मां-बाप रायपुर एम्स के बाहर किराए के ठेले में चाय नाश्ता बेचकर पैसे जुटाते थे. इस मजबूरी की कहानी सोशल मीडिया में वायरल होते गई है. इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसका संज्ञान लिया है.
वायरल होने पर CM ने लिया संज्ञान
दरअसल मंगलवार को सोशल मीडिया में बेबस परिवार का वीडियो जमकर वायरल हुआ है. इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसका संज्ञान लिया है. सीएम ने कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे को परिवार की हर सम्भव मदद करने के निर्देश दिए थे. कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ मिथलेश चौधरी और नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी को वहां भेजा. दोनों अधिकारियों ने हर्ष के पिता बालकराम डेहरे से पूरे मामले की जानकारी ली. देर रात तक हर्ष के परिवार को रहने का ठिकाना मिल गया.
ऐसे हुए था वीडियो वायरल
बलगम निकालने वाली सक्शन मशीन ठीक हुई तब मां की सांस में सांस आई. उसने तुरंत मशीन को पंप किया और बच्चे के गले में लगे पाइप में लगाया. इससे बलगम निकल गया और हर्ष मुस्कुराने लगा. इस पुरे प्रकरण का एक वीडियो बनाया जिसे सोशल मीडिया में शेयर किया गया. वीडियो कुछ ही देर में वायरल हो गया और लोगों ने मदद के लिए हाथ आगे बढाया, साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी वीडियो को देखकर कलेक्टर को जरूरी मदद करने के निर्देश दिए.
Hindi News / Raipur / गरीबी से बेबस परिवार: ऑक्सीजन खरीदने के नहीं थे पैसे, फुट पंप से बच्चे को सांस देने हुए मजबूर