रायपुर@ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नगर निगम (Municipal Corporation of Raipur, the capital of Chhattisgarh) क्षेत्र में सात नए गांवों को 2011-12 में जोड़ा गया था, जिसमें शहर से लगे गांव बोरियाखुर्द, डूंडा, जोरा, कचना, आमासिवनी, देवपुरी और डूमरतराई शामिल हैं। लेकिन तक आज इन गांवों में विकास नहीं हो पाया है। धरसींवा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पं. मोतीलाल नेहरू वार्ड के कचना (Pt. Motilal Nehru Ward’s Kachana) जहां पर सात साल पहले मंगल भवन, हाट बजार का निर्माण कार्य हुआ है, वह आज तक पूरा नहीं हो पाया है। इसके साथ दो साल पहले १०० मीटर सड़क अब भी नहीं बन पाया है, जिसका खमियाजा आम जनता उठा रही है।
एक करोड़ के हाट बाजार में शेड गायब कचना में सात साल पहले सात साल पहले करीब एक करोड़ की लागत से तालाब के किनारे सब्जी व्यापारियों को लिए 15 चबूतरे का निर्माण कराया गया है, लेकिन अभी तक आधे-अधूरे हैं। चबूतरा तो बनकर तैयार है, लेकिन इसमें टीनशेड और लाइट की सुविधा नहीं है।
यह भी पढ़ें : https://bit.ly/34G6fog कचना मुक्तिधाम पूरी तरह जर्जर, जनप्रतनिधि और अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान यह भी पढ़ें : https://bit.ly/3uR1l23 निगम अधिकारियों-कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मंगल भवन का बजट खत्म ऐसे ही शादी विवाह के लिए करीब 60 लाख की लागत से मंगल भवन का निर्माण कराया गया है। इतने लागत एक हॉल और १५ कमरे तो बनकर तैयार है, लेकिन खिड़की, दरवाजे, बिजली, पार्र्किंग के काम नहीं हुए हैं। पैसा भी खत्म हो चुका है। मंगल भवन में अभी शादी विवाह का कार्य तो नहीं हो रहा है, लेकिन मजदूरों के लिए बसेरा है।
IMAGE CREDIT: Dinesh Yaduसौ मीटर का सड़क दो साल में भी पूरी नहीं कचना हाउसिंग बोर्ड से कचना बस्ती के बीच करीब दो साल पहले सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया है। इसके कारण आने-जाने वालों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा कई राहगीर हादसे का शिकार भी हो चुके हैं।
क्या कहते हैं रहवासी व जनप्रतिनिधि कचना निवासी रेखा ने कहा, जब से नगर निगम में हमारा गांव शामिल हुआ है, तब से यहा पर सिर्फ कॉलोनी का विकास हुआ है। सड़क, नाली ,बिजली व पानी की समस्या से अभी भी हम जूझ रहे हैं।
धरसींवा विधानसभा मंडल अध्यक्ष राबिन साहू ने कहा, जब नगर निगम से कचना को शामिल किया गया था, तब तत्कालिन विधायक देवजी भाई पटेल द्वारा बहुत सारे निर्माण कार्य कराये गए थे। लेकिन अब किसी भी प्रकार से निर्माण कार्य नहीं हो रहा है।
पूर्व पार्षद राकेश धोतरे ने कहा, २०११-१२ में जब निगम में कचना को शामिल किया गया था। उस समय तत्कालिन महापौर किरणमयी नायक ने मुझे प्रभार दिया था। उस समय तालाब और बिजली का कार्य करवाया था।
कचना निवासी खुशी साहू ने कहा, सड़क के किनारे आज भी बाजार लगता है, जिसके कारण हम लोगों को आने जाने में दिक्कत होती है। बाजार बना तो है, लेकिन आधे-अधूरे निर्माण के कारण सब्जी व्यापारी जा नहीं रहे हैं।
पार्षद गोपेश साहू ने कहा, हमने बाजार व मंगल भवन का प्रस्ताव बनाकर महापौर और आयुक्त को दिया है। जैसे ही प्रस्ताव पारित होगा निर्माण कार्य जल्द से शुरू होगा। यह भी पढ़ें : https://bit.ly/3rXWqL1 इसे कौन देखेगा: पहाड़ी तालाब की बिगड़ी सूरत, शाम के बाद अब शराबियों का लगता है जमावड़ा
वर्जन : नगर निगम आयुक्त प्रभात मलिक (Municipal Commissioner Prabhat Malik) ने कहा एमआईसी में कचना हाट बाजार व मंगल भवन निर्माण के लिए बजट पारित हुआ है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
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