अंधविश्वास को दूर करने समिति के सदस्यों ने रात 11 से 3 बजे के बीच अमलेश्वर और इसके आसपास के गांवों का भ्रमण किया। इस दौरान ग्रामीण भी उनके साथ थे। ग्रामीण मानते हैं कि टोनही रात में जहां तंत्र क्रिया करती हैं, उन स्थानों पर गए। ग्रामीणों को दिखाया कि यहां कोई तंत्र क्रिया नहीं हो रही है।
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CG Addmission 2023 : इस मेडिकल कॉलेज में काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, NEET क्वालिफाइड भी कर सकते हैं अप्लाई , जानें प्रोसेस न ही कोई महिला टोनही होती है। दरअसल, आज भी प्रदेशभर में कई महिलाएं जादू-टोने के शक में प्रताड़ित की जा रहीं हैं। कई महिलाओं की हत्या भी की जा चुकी है। अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति इसी अंधविश्वास के खिलाफ अभियान चला रही है। समिति ने अमलेश्वर, अमलेश्वरडीह, कोपेडीह, मोहदा, झीट समेत कई गांवों का दौरा किया।
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Bastar Dussehra 2023 : विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पाट-जात्रा के साथ शुरू, 107 दिनों का होगा पर्व, जानिए महत्व सदस्यों ने बताया कि कहीं-कहीं ग्रामीणों ने जादू-टोना, झाड़-फूंक पर विश्वास होने की बात स्वीकार की। किसी ने भी चमत्कारिक घटना देखने की बात नहीं कही। इस दौरान डॉ. एचके गजेंद्र, डॉ. शैलेष जाधव, डॉ. अश्विनी साहू, प्रियांशु पांडेय आदि मौजूद रहे।