कचना निवासी यशोदा धीवर (32 वर्ष) की यह तीसरी डिलीवरी थी। परिजन उसे लेकर शनिवार की रात 9 : 55 बजे कचना स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। प्रसूता ने एएनएम को बताया उसे शाम 4 बजे से ही पीड़ा हो रही है। उसे महसूस हुआ कि बच्चा गर्भ में कोई हरकत नहीं कर रहा है। इस पर नर्स ने महिला को जिला अस्पताल जाने की सलाह दी। महिला के परिजनों ने कहीं भी जाने से इंकार कर दिया। रात 11 बजे एएनएम ने महिला का प्रसव कराया। इसमें महिला को मृत बच्चा पैदा हुआ। तकरीबन 1 घंटे बाद महिला को तेज ब्लीडिंग शुरू हुई। इस पर एएनएम ने महिला के परिजनों को आंबेडकर अस्पताल जाने को कहा। करीब एक घंटे बाद संजीवनी 108 वाहन उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। इस दौरान महिला ने आंबेडकर अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
देर से पहुंची संजीवनी
महिला को ज्यादा ब्लीडिंग होने पर अस्पताल की एएनएम ने संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस दोनों को सूचना दी, लेकिन करीब 1 घंटे तक दोनों वाहन नहीं पहुंचे। इस पर परिजनों ने निजी टैक्सी बुलाई। इसी बीच संजीवनी वाहन स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। संजीवनी से महिला को आंबेडकर अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उप स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर की पदस्थापना नहीं की जाती है। कचना उप स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद एएनएम ने अपनी तरफ से पूरा प्रयास किया था। गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई थी। आंबेडकर अस्पताल ले जाते समय महिला की मौत की भी जानकारी आई है। सीएमएचओ के निर्देश पर मैंने मामले की रिपोर्ट बनाकर भेज दी है।
मनोज कुमार बर्मन, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर
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