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पिछले साल 41 हजार से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा दी थी। नीट का आयोजन 5 मई को होगा। जून के पहले सप्ताह में रिजल्ट आ जाएगा। जुलाई के पहले सप्ताह से मेडिकल व डेंटल कॉलेजों में काउंसिलिंग शुरू होने की संभावना है। प्रदेश में 10 सरकारी समेत 13 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 1910 व एक सरकारी समेत 6 डेंटल कॉलेजों में बीडीएस की 600 सीटें हैं। इन सीटों पर एडमिशन के लिए नीट क्वालिफाइड होना अनिवार्य है। यह भी पढ़ें
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केवल क्वालिफाइड होने से सीट मिलने की कोई गारंटी भी नहीं है, क्योंकि देश के 706 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 1.09 लाख सीटें हैं। एडमिशन मेरिट से होगा। ये जरूर है कि जनरल केटेगरी के छात्रों को 50 परसेंटाइल, एसटी, एससी व ओबीसी को 40 परसेंटाइल, फ्रीडम फाइटर, पूर्व सैनिक व दिव्यांग छात्रों को 45 परसेंटाइल अंक लाने पर क्वालिफाइड माना जाएगा। इसलिए क्वालिफाइड होने के बाद भी एडमिशन की कोई गारंटी नहीं है। 82 फीसदी सीटें स्टेट की बाकी ऑल इंडिया के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 82 फीसदी सीटें स्टेट कोटे के लिए होती हैं। वहीं 15 फीसदी ऑल इंडिया व 3 फीसदी सीटें सेंट्रल पुल की होती है। प्रदेश के छात्र स्टेट के साथ ऑल इंडिया कोटे से प्रवेश के लिए पात्र हो सकते हैं, बशर्तें उनकी रैंक अच्छी हो। प्रदेश के छात्रों के ऑल इंडिया कोटे से प्रवेश लेने पर स्टेट को ही फायदा है। इससे स्टेट कोटे की सीटों पर दूसरे मेरिट वाले छात्रों को प्रवेश का मौका मिलेगा।