बस्तर की तरह ही तेलंगाना में भी नक्सली ड्रोन का उपयोग फोर्स पर नजर रखने के लिए कर रहे हैं। यह फोर्स के लिए काफी खतरनाक है क्योंकि बस्तर में अब तक फोर्स पर जितने भी बड़े हमले हुए हैं। (chhattisgarh news hindi) उनका मूवमेंट प्लान बाहर आने की पुष्टि हुई है। अब जबकि नक्सली फोर्स पर ड्रोन से नजर रख रहे हैं तो यह उनके लिए हमले की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
2019 में फोर्स के कैंप के ऊपर उड़ा था ड्रोन साल 2019 में सुकमा जिले के क्रिस्टाराम क्षेत्र में स्थित फोर्स के एक कैंप के ऊपर एक संदिग्ध ड्रोन दिखा था। इसके बाद सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों के कैंप के ऊपर ड्रोन को मंडराते हुए देखा गया था। खुफिया एजेंसी ने पड़ताल शुरू की थी लेकिन यह पता नहीं लग पाया था कि ड्रोन को कहां से और कौन कंट्रोल कर रहा है।
फोर्स पर नक्सली लगाते रहे हैं ड्रोन हमले के आरोप पिछले एक साल में कई ऐसे मौके आए हैं, जब नक्सलियों ने कहा है कि बस्तर के अंदरूनी इलाकों में फोर्स ने ड्रोन से हवाई हमले किए हैं। कई बार नक्सलियों ने फोर्स के ड्रोन को गिराने का दावा करते हुए इनकी तस्वीर भी जारी की है। (raipur news hindi) हालांकि फोर्स ने अब तक नहीं कहा है कि वह नक्सलियों पर नजर रखने या उन पर हमले करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।
नक्सल कमांडर ने रायपुर में ली ट्रेनिंग तेलंगाना में समर्पण करने वाले नक्सली ने पुलिस को बताया कि बस्तर के एक कमांडर स्तर के नक्सली को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग के लिए रायपुर भेजा गया था। वहां से लौटने के बाद उसने बस्तर में नक्सलियों को इसका प्रशिक्षण दिया है। (chhattisgarh news) इसी जानकारी के आधार पर पुलिस अफसरों ने अनुमान लगाया है कि बस्तर में सक्रिय नक्सल संगठन के पास लगभग 10 ड्रोन हैं।
बीजापुर के नक्सली के पास से मिला ड्रोन तेलंगाना पुलिस ने 6 जून को चेरला के पास नक्सलियों के लिए कूरियर का काम करने वाले पूनम नागेश्वर राव, देवसुरी मल्लिकार्जुन राव, बीजापुर निवासी पोगुलु उमाशंकर को गिरफ्तार किया था। इन तीनों में से उमाशंकर बीजापुर के पामेड़ इलाके का रहने वाला है। तेलंगाना पुलिस ने इनके पास से विस्फोटक के अलावा ड्रोन बरामद किए हैं। (cg news hindi) इस बरामदगी से भी स्पष्ट है कि नक्सली अब ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं।