यह भी पढ़ें : CG Assembly Election 2023 : जगदलपुर और चित्रकोट विधान सभा के लिए पहले दिन खरीदे 6 पर्चा पत्र राजा करीब पहुंचे तो उन्हें सुनाई दिया कि मां रायपुर नगर के लोगों के बीच रहना चाहती हैं। राजा ने आदेश का पालन करते हुए पुरानी बस्ती में मंदिर तैयार करवाया। मां ने राजा से कहा था कि वह उनकी प्रतिमा को अपने कंधे पर रखकर मंदिर तक ले जाएं। रास्ते में प्रतिमा को कहीं रखें नहीं।
यह भी पढ़ें : CG Election 2023 : शहर के युवा सोच समझकर करेंगे मतदान, युवाओं ने बताई वोटिंग के पहले अपनी प्राथमिकताएं अगर प्रतिमा को कहीं रखा तो मैं वहीं स्थापित हो जाऊंगी। राजा ने मंदिर पहुंचने तक प्रतिमा को कहीं नहीं रखा लेकिन मंदिर के गर्भगृह में पहुंचने के बाद वे मां की बात भूल गए और जहां स्थापित किया जाना था, उसके पहले ही एक चबूतरे पर रख दिया। बस प्रतिमा वहीं स्थापित हो गईं।
– 800 साल से ज्यादा पुराना है मंदिर – 10 हजार के आसपास ज्योत जलेंगी